खैबर पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के सेना प्रमुख जरनल कमर जावेद बाजवा पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर पहुंचे। इस दौरान बाजवा ने पाकिस्तानी पोस्ट पर तैनात सेना के जवानों से मुलाकात की। इस बात की खबर मिली है कि पाकिस्तानी पोस्ट पर तालिबान के आतंकी भी मौजूद रहे। बाजवा ईद-अल-अजहा मनाने के लिए अफगान सीमा के नजदीक खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम जिले में पहुंचे। पाकिस्तानी सेना ने इसकी जानकारी दी है।बाजवा ने यहां पर मौजूद पाकिस्तानी जवानों से बात की और उन्हें ईद की बधाई दी। बाजवा ने फोर्स के फॉर्मेशन के परिचालन तैयारियों और सीमा सुरक्षा के लिए प्रभावी उपायों पर पूर्ण संतोष व्यक्त किया। इस दौरान तालिबानी आतंकी भी पाकिस्तानी पोस्ट पर मौजूद रहे। बाजवा ने इन लोगों से भी मुलाकात की है। उन्होंने पाकिस्तान-अफगान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तेजी से बाड़ लगाने की तैयारियों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि हम सभी खतरों और हर कीमत पर पाकिस्तान की रक्षा के लिए हमेशा तैयार हैं।
अफगानिस्तान में तेजी से तालिबान अपने पांव पसारने में जुटा हुआ है। इस वजह से आने वाले वक्त में पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। तालिबान लगातार अफगानिस्तान के प्रमुख शहरों पर कब्जा जमाने में जुटा हुआ है। पाकिस्तान को सबसे ज्यादा चिंता अफगानिस्तान से आने वाले शरणार्थियों से है। तालिबान के कब्जे के बाद से ही अधिक संख्या में अफगानी नागरिक पाकिस्तान के शहरों की ओर रुख कर रहे हैं। इस वजह से इमरान सरकार चिंता में है। पाकिस्तान में पहले से ही बड़ी संख्या में अफगानी शरणार्थी रह रहे हैं। किसी से छिपी नहीं है कि अफगानिस्तान में तालिबान को लंबे समय तक पाकिस्तानी सेना ने मदद पहुंचाई है। यही वजह है कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ घनी ने पाकिस्तान में पलने वाले आतंकियों को लेकर बड़ा हमला बोला है। घनी ने इस बात की ओर इशारा किया कि पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन पल रहे हैं, जिसके तालिबान संग अच्छे रिश्ते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने इन आतंकी संगठनों को पाला है। इसका खामियाजा अफगानिस्तान को भुगतना पड़ा है।