करीब डेढ़ साल से पूरी दुनिया को घोर संकट में डालने वाली कोविड-19 महामारी का डेल्टा वैरिएंट समूचे विश्व में पैर पसार रहा है। इस कारण कई देशों ने पाबंदियां और सख्त कर दी हैं तो कई ने अनलॉक करने की योजना टाल दी है। एम्स दिल्ली के एक अध्ययन में कहा गया है कि कोरोना वैक्सीन की पहली या दोनों खुराक लेने के बाद भी यह चपेट में ले रहा है।
डेल्टा ने भारत में दूसरी कोरोना लहर के दौरान जमकर उत्पात मचाया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसका डेल्टा नामकरण किया है। इसे कोविड-19 का चिंताजनक स्वरूप करार दिया है। एम्स के ताजा अध्ययन में दावा किया गया है कि डेल्टा वैरिएंट कोविड-19 वैक्सीन की एक या दोनों खुराक ले चुके लोगों में भी पाया गया है। इन देशों में डेल्टा के कारण यह है स्थिति-
जिम्बाब्वे: 12 जून को देश में डेल्टा वैरिएंट पाया जाने के बाद हुरुंग्वे और करिबा जिलों में दो सप्ताह के लिए लॉकडाउन की घोषणा की है। पिछले तीन दिनों में कोरोना वायरस के 40 से अधिक मामले दर्ज किए गए।
ब्रिटेन: डेल्टा स्वरूप के मामलों में लगातार वृद्धि के बीच 21 जून के बाद सभी लॉकडाउन पाबंदियां चार सप्ताह तक बढ़ाने पर विचार। ब्रिटेन में फरवरी के अंत के बाद से बीते 24 घंटे में कोविड-19 के सबसे अधिक 8,125 मामले सामने आए हैं। भारत में पहचाने गए डेल्टा स्वरूप (बी1.617.2) के मामले एक सप्ताह में लगभग 30 हजार से बढ़कर 42,323 तक पहुंच गए हैं।
यूरोप: विश्व स्वास्थ्य संगठन के यूरोप निदेशक ने चेतावनी दी है कि कोविड-19 का तीव्र संक्रामक वैरिएंट यूरोप में जड़ जमा सकता है। कई देश प्रतिबंधों में ढील देने की तैयारी कर रहे हैं और अधिक सामाजिक कार्यक्रमों तथा सीमा पार यात्राओं की अनुमति दे रहे हैं। ऐसे में उन्हें इस पर टालना होगा।
फ्रांस: पहला मामला सामने आने की पुष्टि 29 अप्रैल को की थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि दक्षिणी फ्रांस के बचेस डू रोने और लोत एत गारोने क्षेत्र में तीन लोगों के वायरस के नए स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
श्रीलंका: आठ मई को कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप (बी.1.617) का पहला मामला सामने आया था। श्रीलंका में सात मई को कोरोना वायरस संक्रमण के कारण एक ही दिन में सर्वाधिक 19 लोगों की मौत हुई थी।
चीन: दक्षिणी प्रांत ग्वानझोउ में कोविड-19 के नए स्वरूप के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सिनेमा घर, थिएटर, नाइट क्लब और बंद स्थानों पर होने वाली अन्य गतिविधियों को बंद करने का आदेश दिया गया है। ग्वानझोउ में 9 जून तक आठ नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 100 के पार चली गई है।