लंदन. यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) ने कहा है कि उसने सिफारिश की है कि जो लोग दुर्लभ किस्म के रक्त वाहिका सिंड्रोम से ग्रस्त हैं उन्हें एस्ट्राजेनेका के कोविड-19 रोधी टीके नहीं दिए जाने चाहिए.
यूरोपीय संघ (ईयू) के औषधि नियामक ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि उसने एस्ट्राजेनेका टीके की एक खुराक लेने वाले छह लोगों में 'कैपिलरी लीक सिंड्रोम' के मामलों की समीक्षा की. पूर्व में इस टीके से खून के थक्के बनने के कुछ मामले आए थे लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा था कि छोटे जोखिम की तुलना में इसके फायदे ज्यादा हैं.
फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्ना के टीको की भी समीक्षा
ईएमए के विशेषज्ञों का कहा है कि टीके से नए दुष्प्रभाव के तौर पर 'कैपिलरी लीक' के मामले को शामिल करना चाहिए. एजेंसी ने कहा है कि वह फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्ना के टीके लेने वाले कुछ लोगों के हृदय में सूजन के मामलों की समीक्षा कर रही है. ईएमए ने कहा कि वह मायोकार्डिटिस, हृदय में सूजन और पेरीकार्डिटिस के मामलों पर अध्ययन कर रही है.
अब तक सामने आई क्या परेशानियां
इन मामलों में सांस लेने में दिक्कत, सीने में दर्द की समस्या होती है लेकिन ये अस्थायी ही होती है. ईएमए ने कहा, 'इस संबंध में आगे विश्लेषण की जरूरत है कि क्या टीके से इसका कोई संबंध है.' ईएमए ने कहा कि अगले महीने तक ऐसे मामलों की समीक्षा पूरी होने की संभावना है.