नई दिल्ली। अमेरिकी रोजगार बाजार पर नजरें टिकाए भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स को बड़ी राहत मिली है. दरअसल, एच-1बी वीजा (US H-1B Visa) सहित विदेशी कामगारों के लिए जारी होने वाले वीजा पर लगाई गई रोक खत्म हो गई है. दरअसल, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने इस तरह के वीजा पर 31 मार्च तक रोक लगाई थी, लेकिन बाइडन सरकार (Joe Biden Government) ने इसे आगे बढ़ाने की कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है.
ट्रंप प्रशासन ने पिछले साल जून में एच1बी सहित विदेशी कामगारों के लिए जारी होने वाले वीजा पर 31 दिसंबर तक रोक लगा दी थी. हालांकि बाद में उन्होंने इसकी समय सीमा बढ़ाकर 31 मार्च कर दिया था, जो अब एक्सपायर हो गया है. ट्रंप ने बताया था अमेरिकी श्रम बाजार के लिए जोखिम ट्रंप ने दलील दी थी कि आर्थिक गतिविधियों में सुधार के दौरान ये वीजा अमेरिकी श्रम बाजार के लिए एक जोखिम हैं. बाइडेन ने ट्रंप की आव्रजन नीतियों को क्रूर बताते हुए एच-1बी वीजा पर निलंबन हटाने का वादा किया था.
क्या है US H-1B Visa
एच-1बी वीजा एक एक गैर-अप्रवासी वीजा है जो भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स में काफी लोकप्रिय है. यह वीजा अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को विशेष नौकरियों में नियुक्त करने की अनुमति देता है, जिन्हें सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है. हर साल अलग-अलग कैटेगरी में 85 हजार वीजा जारी किए जाते हैं. इस वीजा का एक बड़ा हिस्सा भारतीय आईटी सर्विस कंपनियों जैसे टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) लिमिटेड, इंफोसिस लिमिटेड और विप्रो लिमिटेड द्वारा उपयोग किया जाता है.