नयी दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को आज नेपाल की सेना के जनरल का मानद रैंक प्रदान किया गया। तीन दिन की यात्रा पर नेपाल गये जनरल नरवणे को नेपाल की राष्ट्रपति श्रीमती विद्या देवी भंडारी ने राजधानी काठमांडू में अपने आधिकारिक निवास ‘शांति निवास’ में एक समारोह में यह मानद रैंक प्रदान किया गया। उन्हें इस मौके पर नामावली और तलवार भी भेंट गयी। समारोह में नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली , काठमांडू में भारतीय राजदूत विनय एम क्वात्रा और दोनों देशों के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
दोनों देशों के बीच सात दशकों से एक दूसरे के सेना प्रमुखों को जनरल का मानद रैंक देने की परंपरा चली आ रही है। सबसे पहले 1950 में कमांडर इन चीफ जनरल के एम करियप्पा को नेपाल सेना के जनरल का मानद रैंक दिया गया था। गत जनवरी में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नेपाली सेना के प्रमुख जनरल पूर्ण चंद्र थापा को एक समारोह में भारतीय सेना के मानद जनरल की उपाधि दी थी।
इस समारोह के बाद जनरल नरवणे ने श्रीमती भंडारी से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ राजदूत क्वात्रा भी थे। जनरल नरवणे ने उन्हें यह सम्मान देने के लिए राष्ट्रपति के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने संबंधों को प्रगाढ बनाने तथा द्विपक्षीय सहयोग बढाने पर भी चर्चा की।
ससे पहले सुबह जनरल नरवणे शहीद स्मारक गये और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्हें नेपाल सेना के मुख्यालय में गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। जनरल नरवणे ने वहां के फील्ड अस्पतालों के लिए चिकित्सा उपकरण तथा वेंटीलेटर भी दिये। बाद में उन्होंने पौधारोपण कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया।