बाकू। अर्मेनिया और अज़रबैजान के बीच जारी संघर्ष के बीच अज़रबैजान ने कहा कि अर्मेनिया ने देश के दूसरे सबसे बड़े शहर गांजा में मिसाइल हमला कर दिया जिसमें कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और 40 अन्य घायल हो गए। अज़रबैजान के राष्ट्रपति के सहायक हिकमत हाजियेव ने कहा, "अर्मेनिया की तरफ से बैलेस्टिक मिसाइले दागी गई और गांजा शहर तो संघर्ष वाले क्षेत्र से बहुत दूर हैं।" उन्होंने बताया कि आपातकालीन अधिकारी मलबे में दबे लोगों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान चला रहे है। इस दौरान अभियोजक जनरल और आपात स्थिति के मंत्री घटनास्थल पर मौजूद रहे।
अर्मेनियाई रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता आर्ट्रून होवनहिस्यान ने हालांकि बैलेस्टिक मिसाइल हमले की घटना को सिरे से इंकार करते हुए अज़रबैजान पर अभी भी नागोर्नो-करबाख के अंदर कुछ क्षेत्रों में गोलीबारी जारी रखने का आरोप लगाया जिसमें पर्वतीय क्षेत्र के प्रमुख शहर स्टीफनकैर्ट भी शामिल है। होवनहिस्यान ने ट्वीट कर कहा, "अज़रबैजान ने 11 अक्टूबर को शान्ति समझौते के बावजूद गोलीबारी कर संघर्ष विराम का उल्लघंन किया था।"
वही अज़रबैजान ने भी 11 अक्टूबर को अर्मेनिया पर गांजा शहर में गोलीबारी करने का आरोप लगाया जिसमे कई लोगों की मौत हो गयी थी। अर्मेनिया के रक्षा मंत्रालय ने हालांकि इन घटना का पूरी तरह से खंडन किया था। दोनों देशों के बीच में दरअसल नौ अक्टूबर को रूस के मास्कों में नागोर्नो-कराबाख क्षेत्र।में संघर्ष को लेकर 10 अक्टूबर को समझौता तय हुआ था जिसके बाद भी दोनों देशों ने एक-दूसरे पर संघर्ष विराम के उललघंन का आरोप लगाते रहते है। गौरतलब है कि अर्मेनिया और अज़रबैजान के बीच में नागोर्नो-कराबाख क्षेत्र को लेकर 1988 संघर्ष जारी है जिसको लेकर हालांकि वर्ष 1994 में संघर्ष विराम समझौता भी हुआ था लेकिन उसका कोई खास प्रभाव नहीं हुआ और अभी भी हिंसा की घटनायें होती रहती है।