काबुल। अफगानिस्तान सरकार छह तालिबानी कैदियों की रिहाई को लेकर दुविधा और असमंजस की स्थिति में है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस ने इन तालिबानी कैदियों की रिहाई का विरोध किया है। इन पर ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस के नागरिकों पर हमला करने के आरोप हैं।
अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सलेह ने बुधवार को यह जानकारी दी। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार अफगान सरकार बुधवार को सभी तालिबानी कैदियों को रिहा करने की योजना बना रही थी, हालांकि इसमें वो कैदी शामिल नहीं थे जिन पर फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया के नागरिकों पर हमला करने के आरोप हैं।
सलेह ने कहा, ‘‘ छह तालिबानी कैदियों की रिहाई के बारे में अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस ने इस पर आपत्ति जताई है। इन देशों की आपत्ति वाजिब है। छह कैदियों की रिहाई को लेकर हम इन देशों के साथ अपने संबंध खराब नहीं करना चाहते।’’
अफगानी उपराष्ट्रपति ने कहा कि तालिबान अफगान सेना के कमांडों को छोड़ने में नाकामयाब रहा है। सलेह ने कहा, ‘‘ तालिबान ने हमारे कुछ कमांडो को कब्जे में लिया हुआ है और उन्हें वह नहीं छोड़ रहा है, लेकिन इन कमांडो को जल्द रिहा करना चाहिए।’’ कंधार में मौजूद एक स्थानीय सूत्र ने इससे पहले बताया कि तालिबान ने अफगान सेना के चार कमांडो को रिहा कर दिया है। गौरतलब है कि दोनों ओर से कैदियों की रिहाई से ही अंतर-अफगान बातचीत का रास्ता साफ हो सकेगा।