बीजिंग। चीन ने बेलारूस में पैदा हुई अस्थिरता के लिए विदेशी ताकतों को जिम्मेदार ठहराते हुए उसका कड़ा विरोध किया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता में यह बात कही। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘बेलारूस का एक अच्छा मित्र और सहयोगी होने के नाते हम वहां अशांति और अस्थिरता नहीं चाहते। हम बेलारूस में समाज को तोड़ने और वहां अस्थिरता पैदा करने की विदेशी कोशिशों की कड़ी निंदा करते हैं।’’ लिजियान ने कहा कि चीन और बेलारूस के बीच रणनीतिक साझेदारी काफी मजबूत है जोकि विश्वास, आपसी हितों और सहयोग पर आधारित है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम बेलारूस में मौजूदा स्थिति के मद्देनजर लोगों द्वारा चुने गए विकास के रास्ते का सम्मान करते हैं। हम बेलारूस की स्वतंत्रता, संप्रभुता, सुरक्षा और विकास को बरकरार रखने के लिए वहां के लोगों की ओर से किए जा रहे प्रयासों का सम्मान करते हैं।’’ गौरतलब है कि बेलारूस में करीब 10 दिन पहले राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हुआ था। केन्द्रीय चुनाव आयोग के मुताबिक मौजूदा राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको को 81.35 प्रतिशत वोट मिले हैं जबकि विपक्षी उम्मीदवार स्वेतलाना तिखानोव्सना को केवल आठ प्रतिशत वोट ही मिले हैं।
चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद राजधानी मिस्क समेत बेलारूस के कई बड़े शहरों में लुकाशेंको के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। लुकाशेंको बेलारूस में 1994 से ही लगातार सत्ता में बने हुए हैं, लेकिन अपने 26 वर्षों के शासनकाल में पहली बार सत्ता पर पकड़ बनाए रखने में चुनौती का सामना कर रहे हैं। पिछले दशकों में उन्होंने खुद की देश में स्थिरता की गारंटी देने वाले नेता की छवि बनाई है लेकिन कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से निपटने, देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर बनाए रखने और मानवाधिकारों को लेकर लगातार उनकी आलोचना हो रही है।