बेरुत। लेबनान की राजधानी बेरुत में भीषण धमाके के चार दिन बाद रविवार को हजारों की संख्या में लोग विस्फोट और देश के राजनीतिक एवं आर्थिक संकट के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को सजा दिलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन करते हुये सड़कों पर उतरे। बेरुत में मंगलवार शाम हुये इस विनाशकारी विस्फोट में कम से कम 160 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग घायल हुए थे।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि उन नेताओं जिनके भ्रष्टाचार और लापरवाही के कारण यह विस्फोट हुआ, उन्हें फांसी दी जाये। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकारी इमारतों पर पथराव किया और पुलिस के साथ उनकी झड़पें भी हुई। पुलिस के साथ झड़पों में सैंकड़ों प्रदर्शनकारी घायल हो गये।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अधिकारियों को बार-बार इस बात की चेतावनी दी गई थी कि बेरुत के बंदरगाह पर कईं वर्षों से पड़े 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट से बड़ा खतरा है लेकिन इसके बावजूद भी किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया एवं अधिकारी एक दूसरे पर दोषारोपण करते रहे। विस्फोट मामले में अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें लेबनान के सीमा शुल्क विभाग के प्रमुख, उनके पूर्ववर्ती और बंदरगाह के प्रमुख शामिल हैं।