बीजिंग। 76 दिन के लॉकडाउन के बाद चीन में कोरोना के नए मामले आने बंद हो गए थे, जिसके बाद वुहान से लॉकडाउन हटा दिया गया। हालांकि इसके कुछ दिनों बाद भी चीन में एक या दो कोरोना के नए मामले सामने आने लगे थे। सोमवार को चीन की राजधानी बीजिंग में कोरोना के 36 नए मामले सामने आए, जिसके बाद चीन में कोरोना की दूसरी लहर आने की संभावना जताई जा रही है। चीन के बीजिंग में कोरोना के कुल मामले 79 हो चुके हैं।
अपने सबसे बड़े थोक फूड मार्केट को बंद करने के दो दिन बाद, लगभग चीन में कोरोना के नए मामले सामने आए, जिसके बाद लोगों में कोरोना की दूसरी लहर को लेकर भय पैदा होने लगा है। पिछली बार की तरह ही इस बार भी कोरोना के संक्रमण का स्रोत नहीं पता चला है। कोविड-19 की संख्या 100 होने के बाद प्रशासन 11 आवासीय जगहों पर लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रहा है। ये 11 आवासीय कॉलोनी उस बाजार के समीप है जो कि वुहान के सीफूड मार्केट से 20 गुना बढ़ा है।
चीन के वुहान से ही कोविड-19 का पहला मामला सामने आया था, जो बाद में पूरी दुनिया में फैल गया। इसके अलावा बीजिंग की दो करोड़ आबादी की न्यूक्लिक एसिड टेस्ट करा रही है ताकि वायरस के संक्रमण की जड़ को पकड़ा जा सके। कोरोना वायरस की पहली लहर में बीजिंग में कुल 420 मामले सामने आए थे और उसमें नौ लोगों की मृत्यु हो गई थी। कोवि़ड-19 की दूसरी लहर का डर केवल चीन में ही नहीं बल्कि अमेरिका में देखने को मिल रहा है।
अमेरिका के एक चिकित्सक ने दावा किया है कि यहां कोरोना की दूसरी लहर के कई मामले सामने आए हैं। अमेरिका के चार राज्यों में पिछले हफ्ते कोरोना के नए मामले देखे गए। वेंडरबिट यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के प्रोफेसर विलियम के मुताबिक अमेरिका में कई लोग कोरोना को लेकर चिंतित नहीं है। अमेरिका में कई जगहों पर भीड़ इकट्ठी हो रही है, धार्मिक सेवाएं जारी हैं, सोशल डिस्टेंसिंग की कमी है और कई लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं। प्रोफेसर विलियम का कहना है कि ऐसा उस देश में हो रहा है जहां कोविड-19 के सबसे ज्यादा मामले हैं। अमेरिका में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 21 लाख के पार चली गई है और 1,18,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।