इस्लामाबाद। पाकिस्तान की इमरान सरकार कोरोना महामारी ने निपटने में पूरी तरह से फेल नजर आ रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से पाकिस्तान में सोमवार को 97 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ पाकिस्तान में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,729 पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान पाकिस्तान में कुल 29,085 लोगों की कोविड-19 जांच की गई है। देश में अब तक 897,650 लोगों की कोरोना वायरस से संक्रमण की जांच करवाई जा चुकी है। इनमें से 144,676 लोगों के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।
वहीं कोरोना वायरस महामारी के लिए राष्ट्रीय प्रतिक्रिया के प्रभारी योजना मंत्री असद उमर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी देते हुए कहा कि इस महीने के अंत तक तीन लाख तक पहुंच सकती है। इसकी वजह से इमरान खान की सरकार के हाथ पैर फूले हैं। वह लॉक डाउन भी नहीं कर सकते हैं और व्यवसाय खुले रहने पर लोगों को बीमारी से भी नहीं बचा सकते हैं।
उधर, असद उमर ने कहा कि हम जून के मध्य में हैं और हमारे मामले लगभग डेढ़ लाख तक पहुंच चुके हैं। मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि हमारे वर्तमान प्रक्षेपवक्र के आधार पर, विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है कि हमारे मामले जून के अंत तक दोगुने हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह से अगर मामले बढ़ते रहे तो अनुमान है कि जुलाई के अंत तक देश में कोरोना संक्रमण के मामलों की कुल संख्या 10 या 12 लाख तक पहुंच सकती है।
यह देखते हुए कि यह केवल एक अनुमान है, जिसे टाला जा सकता है अगर सरकार और लोग इसे रोकने के लिए मिलकर काम करें। उमर ने लोगों से बीमारी के बारे में गंभीर होने और मास्क पहनने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि शोध से संकेत मिलते हैं कि मास्क पहनना Covid-19 के प्रसार को रोकने का 50 प्रतिशत तक सत्यापित तरीका है।