नई दिल्ली। दुनिया की कई दवा कंपनियां इसकी वैक्सीन बनाने के करीब हैं, लेकिन अमेरिकी दवा कंपनी Moderna Inc ने कोरोना का वैक्सीन बनाने के आखिरी स्टेज का ऐलान कर दिया है। कंपनी मोडर्ना ने कहा है कि वह 30 हज़ार वोलंटियर्स के साथ जुलाई के महीने में ट्रायल फेज 3 यानी कि टेस्ट की फाइनल स्टेज -मानव परिक्षण शुरू करेगी। शिकागो की इस कंपनी का कैम्ब्रिज, मैसाचुसेट्स से समझौता है। कंपनी ने कहा कि चरण 3 के अध्ययन के लिए टीके की 100 माइक्रोग्राम खुराक का चयन किया है।
इस खुराक स्तर पर कंपनी 2021 से 1 बिलियन खुराक प्रति वर्ष बनाएगी। मोडर्ना ने अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) से प्रतिक्रिया के आधार पर चरण 3 अध्ययन प्रोटोकॉल को अंतिम रूप दिया है। इस परीक्षण में कोरोना वायरस की रोकथाम प्राथमिक होगी। मोडर्ना के मुख्य चिकित्सा अधिकारी टॉल जैक्स, ने कहा, 'हम जुलाई में 30,000 वोलिंटयर्स के साथ mRNA-1273 के चरण 3 के अध्ययन की शुरुआत करने के लिए तत्पर हैं। MRNA-1273 के चरण 2 अध्ययन में 18-54 वर्ष के 13 दिन बाद 55 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों पर टेस्ट किया गया था।
चरण 2 का अध्ययन को जानने में कंपनी ने करीब 28 दिनों का समय लिया। कोरोना वायरस के इलाज में इम्युनिटी का अहम रोल माना जा रहा है। कंपनी की यह दवा इंसानों की इम्युनिटी को बीमारी से लड़ने के काबिल बनाएगा। अमेरिका के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एलर्जी और इन्फेक्सियस डिजिजेज के अंतर्गत हुए इस ट्रायल में पता चला कि वैक्सीन से ऐंटीबॉडीज तैयार हो रही हैं, जिससे कोरोना वायरस को निष्क्रिय किया जा सकता है। मॉडर्ना पहला ग्रुप है, जिसने प्रायोगिक वैक्सीन पर टेस्ट किया है। इसका नाम mRNA-1273 है। यह वैक्सीन कोरोना वायरस के जेनेटिक कोड का छोटा हिस्सा है, लेकिन यह इम्युन सिस्टम को रेस्पॉन्स देने के लिए मजबूर कर सकता है।