नई दिल्ली। कोरोना महामारी से जहां पूरी दुनिया परेशान है तो न्यूजीलैंड इस महामारी से जीत गया है। न्यूजीलैंड खुद को कोरोना मुक्त घोषित करने वाला पहला देश बन गया है। सोमवार को वहां इस महामारी के आखिरी मरीज को भी अस्पताल से छुट्टी मिल गई। बीते 17 दिन से देश में संक्रमण का कोई नया मामला भी नहीं आया। न्यूजीलैंड में एक समय 1,500 से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले थे लेकिन अब वहां पर कोरोना का एक भी सक्रिय मामला नहीं है। कोरोना के कारण इस देश में 22 लोगों की मौत हुई है।
जीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने सोमवार को कहा कि उन्हें विश्वास है कि अंतिम मरीज के भी कोरोना वायरस संक्रमण से स्वस्थ होने के बाद देश ने संक्रमण के प्रसार को रोक लिया है। अर्डर्न ने कहा कि जब यह पता चला कि अब कोई भी मरीज नहीं है तो वह अपनी छोटी बेटी के सामने डांस करने लगीं। उनकी बेटी इस महीने दो साल की हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी बेटी को भले यह पता नहीं हो कि आखिर चल क्या रहा है लेकिन वह भी उनकी खुशी में शामिल हो गई।
इस दौरान जेसिंडा अर्डन ने खुलासा किया कि जब उनको आखिरी मरीज के ठीक होने की जानकारी मिली तो वह डांस करने लगी थीं। दरअसल, जब उनसे न्यूजीलैंड के कोरोना फ्री होने की खबर सुनकर पहली प्रतिक्रिया के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने जवाब दिया, "मैंने अपनी बेटी नीव के साथ थोड़ा डांस किया।"
बता दें कि न्यूजीलैंड में कोरोना वायरस के संक्रमण का पहला मामला फरवरी के अंतिम सप्ताह में आया था, लेकिन पिछले 17 दिनों में कोविड-19 का एक भी मामला सामने नहीं आया था। अब देश में किसी भी संक्रमित व्यक्ति का उपचार नहीं चल रहा है। जेसिंडा अर्डर्न ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि न्यूजीलैंड ने पिछले 17 दिनों में 40,000 लोगों की जांच की है और पिछले 12 दिन से कोई अस्पताल में भी नहीं है।
जेसिंडा अर्डर्न ने कहा कि मंत्रिमंडल ने मध्यरात्रि से देश को खोलने के दूसरे चरण को लेकर सहमति दे दी है। उन्होंने कहा, "हमें विश्वास है कि फिलहाल के लिए हमने न्यूजीलैंड में वायरस के संचरण का उन्मूलन कर दिया है और यह उन्मूलन कोई एक बिंदु नहीं है बल्कि सतत प्रयास है।