काबुल। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए अफगानिस्तान में आतंकवादी संगठन तालिबान से युद्धविराम की अपील के बावजूद सेना की इस समूह के साथ झड़पें जारी है और पिछले 24 घंटे के दौरान अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 37 आतंकवादी मारे गये तथा 31 अन्य घायल हो गये। इस दौरान सेना के दो जवान और तीन नागरिक भी मारे गये हैं।
सेना की ओर से बुधवार को जारी बयान के मुताबिक घोर प्रांत के शहराक जिले में मंगलवार को तालिबान आतंकवादियों ने राष्ट्रीय सेना के लॉजिस्टिक काफिले पर हमला कर दिया। सेना की ओर से किये गये जवाबी हवाई हमले में 18 आतंकवादी मारे गये। पड़ोस के फराह प्रांत के पुश्त रोड जिले में आतंकवादियों को लक्ष्य कर किये गये एक अन्य हवाई हमले में चार आतंकवादी मारे गये और एक अन्य घायल हो गया। उधर अफगान सेना की 209वीं शाहिन कोर ने बताया कि समनगन प्रांत के दारा ए सउफ बाला जिले में एक सुरक्षा चौकी पर हमले के दौरान हुयी झड़पों में तालिबान समूह के जारिघ जिले के कमांडर मुल्ला खंजारी समेत 15 आतंकवादी मारे गये और 22 अन्य घायल हो गये।
सेना के बयान के मुताबिक मुठभेड़ में सेना के दो जवान भी मारे गये। तालिबान ने इस घटना को लेकर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त की है। इस बीच कंधार प्रांत के दमान जिले में अमेरिकी नीत अंतरराष्ट्रीय सेना के हवाई हमला अभियान में कम से कम तीन बच्चों की मौत हो गयी और आठ अन्य घायल हो गये। विदेशी सेना ने मंगलवार की देर शाम को दमान जिले के खुशाब इलाके में यह अभियान शुरू किया था। आधिकरियों ने दावा किया कि तालिबान आतंकवादियों की ओर से एक मकान पर दागे गये मोर्टार के गोले के कारण कईं नागरिकों की मौत हुयी है।
गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर राष्ट्रपति अशरफ गनी ने शांति वार्ता का सम्मान करते हुए तालिबान आतंकवादियों से कईं बार युद्ध विराम की अपील की है। लेकिन इन अपीलों के बावजूद आतंकवादियों ने सेना और अमेरिकी नीत सेना पर हमले जारी रखे हैं। इस बीच तालिबान ने अमेरिका पर नागरिकों के खिलाफ ड्रोन हमले जारी रखकर शांति समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। आतंकवादी समूह ने अफगान सरकार पर जेलों में कैद उसके सदस्यों को रिहा करने के वादे को नहीं निभाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि शांति वार्ता समझौते खत्म होने के कगार पर है।