वाशिंगटन। अमेरिका तालिबान के साथ एक ‘सहमति’ पर पहुंच गया है और दोनों पक्ष 29 फरवरी को एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने शुक्रवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी और बताया कि दशकों के संघर्ष के बाद, अमेरिका की अफगानिस्तान में हिंसा में उल्लेखनीय कमी पर तालिबान के साथ सहमति बनी है। उन्होंने कहा, यह शांति की लंबी राह पर एक महत्वपूर्ण कदम है और मैं सभी अफगानों से इस अवसर का फायदा उठाने का आभान करता हूं। विदेश विभाग के प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टागस द्वारा जारी किए
गए एक अधिक सख्त बयान में पोम्पियो ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत का उद्देश्य अफगानिस्तान में युद्ध को समाप्त करने के लिए राजनीतिक समाधान निकालना, अमेरिका और संबद्ध बलों की उपस्थिति को कम करना और यह सुनिश्चित करना कि कोई भी आतंकवादी समूह अमेरिका या उसके सहयोगियों को धमकी देने के लिए अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल नहीं करे। उन्होंने कहा कि चुनौतियां बनी हुई हैं लेकिन दोहा में हुई प्रगति आशा और एक वास्तविक अवसर प्रदान करती है। अफगान अधिकारियों ने भी आतंकवादी समूह के साथ शांति समझौते की पुष्टि की है। समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद जल्द ही अंतर-अफगान वार्ता शुरू होगी। शांति जसजस