लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि लोगों को रोजगार देकर उन्हें स्वावलम्बी बनाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। योगी ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयों के लिए आयोजित ऋण वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ सभी सम्भावनाओं को गति देने का प्रयास कर रही है। लोगों को रोजगार देकर उन्हें स्वावलम्बी बनाना सरकार की पहली प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण जब आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह प्रभावित तब इन परिस्थितियों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के अलग-अलग तबके के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग ने आर्थिक पैकेज का बेहतर उपयोग किया है। इसके माध्यम से उद्यमियों के जीवन में खुशहाली लाने का प्रयास किया जा रहा है। योगी ने कहा कि राज्य के स्थानीय पारम्परिक उद्योगों को आगे बढ़ाने तथा छोटे उद्योगों को एक क्लस्टर के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना सफलतापूर्वक संचालित की जा रही है।
इस योजना के तहत क्लस्टर में पारम्परिक उद्योगों को कॉमन फैसिलिटी उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की गयी है। इस उद्देश्य से कॉमन फैसिलिटी सेण्टर का निर्माण कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने सामान्य सुविधा केन्द्रों से सम्बन्धित प्रवर्तक तथा सुविधा केन्द्रों का संचालन करने वाली संस्थाओं से भी संवाद किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सम्भावनाओं वाला प्रदेश है। प्रदेश के नौजवानों को स्वावलम्बी बनाकर उनकी ऊर्जा का सही इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे प्रदेश का नवनिर्माण होगा।
योगी ने इस अवसर पर 98,743 नवीन इकाइयों को 2,447 करोड़ रुपये के ऋण ऑनलाइन वितरित किये। उन्होंने एमएसएमई विभाग द्वारा संचालित हस्तशिल्पियों के कौशल विकास की प्रशिक्षण योजना, अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के व्यक्तियों के लिए प्रशिक्षण योजना तथा ओडीओपी-विपणन प्रोत्साहन योजना की ऑनलाइन प्रक्रिया का भी शुभारम्भ किया। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश सरकार विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 में भी सम्भावनाओं को तलाश रही है। इसके मद्देनजर एम0एस0एम0ई0 सेक्टर के उद्यमियों को ऋण वितरित किया जा रहा है।