लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बुधवार को कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचाव के लिये लागू लॉकडाउन के दौरान यूपी 112 द्वारा जहां नियमों के अनुपालन की दिशा में सराहनीय प्रयास किये वही दो लाख से अधिक जरूरतमंद व्यक्तियों तक खाद्य सामग्री पहुचाई गई। अवस्थी ने यहां बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों पर यूपी 112 द्वारा जहां एक ओर लॉकडाउन के दौरान नियमों के अनुपालन की दिशा में सराहनीय प्रयास किये गये वहीं प्रदेश पुलिस का मानवीय चेहरा भी उभर कर सामने आया है।
उन्होंने बताया कि डायल 112 के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान यूपी 112 पर तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा प्रदेश के दो लाख 80 हजार से अधिक जरूरतमंदों को मदद पहुंचायी। दो लाख से अधिक जरूरतमंद व्यक्तियों तक खाद्य सामग्री पहुचाई गई। इस अवधि में यूपी 112 द्वारा बीमार, बुजुर्ग व जरूरतमंद 45 हजार व्यक्तियों तक जीवन रक्षक दवाईयां पहुंचाने व लगभग 26 हजार व्यक्तियों को उनके गंतव्य तक पहुंचानें में सहायता की गई जिनमें गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, कैंसर के मरीज आदि शामिल है। साथ ही पीआरवी के माध्यम से आठ हजार से अधिक व्यक्तियों तक जरूरी वस्तुएं जैसे घरेलू गैस सिलेण्डर, दूध, पेट्रोल-डीजल आदि पहुंचाने में भी मदद की गई है।
अवस्थी ने बताया कि प्रदेश पुलिस ने कोरोना वॉरीयर्स के साथ कंधे से कंधा मिलाकर और अधिक बेहतर कार्य करते हुये मानवीय संवेदना का एक अद्वितीय उदाहरण पेश किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिये प्रदेश पुलिस द्वारा अत्यंत सजगता एवं संवेदनशीलता के साथ कार्य किया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान पीआरवी 112 के माध्यम से मीडिया डेस्क पर बिहार राज्य से आदर्श कुमार सिंह से ट्वीट मिला कि उनकी पत्नी नवजात बच्ची के साथ लखनऊ में रहती है।
बच्ची का मिल्क (बेबी फीड) खत्म हो गया है, बच्ची भूख से बिलख रही है, सूचना मिलते ही पीआरवी 112 ने आदर्श कुमार सिंह से से संपर्क कर तत्काल बेबी फीड उनके लखनऊ स्थित आवास पर पहुचाया। उन्होंने बताया कि बहराइच के मतेहीकला गॉव में रहने वाले एक बुजुर्ग के हृदय रोग का इलाज दिल्ली से चल रहा है, जिनके पोते द्वारा मदद के लिये ट्वीट किया गया।
सूचना को गंभीरता से लेते हुए पीआरवी 112 ने डीसीपी साऊथ दिल्ली परविंदर सिंह से संपर्क किया जिनके द्वारा दवाई को गौतमबुद्धनगर पुलिस को दिया गया। गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा लखनऊ आ रही एक एंबुलेंस की मदद से बुजुर्ग की दवाई को लखनऊ तक पहुचाया गया तथा लखनऊ से बहराइच जा रहे एक इंजीनियर से निवेदन कर बुजुर्ग की दवाई बहराइच तक पहॅुचाने में सफलता प्राप्त की।