गोरखपुर। 17 किलोमीटर लंबे फोरलेन के निर्माण में आड़े आ रहीं गोरखनाथ मंदिर परिसर से सटी करीब 100 दुकानों पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद बुल्डोजर चलवा दिया गया है। इसके साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने विकास के लिए प्रदेश में एक नई परम्परा की शुरूआत कर दी है। सीएम के आदेश के बाद गोरखनाथ मंदिर की एक-दो नहीं, बल्कि दो सौ से ज्यादा दुकानें जमींदोज की जा रही हैं।
गोरखपुर में मोहद्दीपुर से जंगल कौड़िया तक 17 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क बनाई जा रही है। मंदिर परिसर की करीब दो सौ और उससे लगी सौ अन्य दुकानें फोरलेन के आड़े आ रही थीं। फोरलेन के निर्माण के दौरान गोरखनाथ मंदिर परिसर की इन दुकानों को तोड़ने के लिए दुकानदारों को कई बार कहा गया, लेकिन उन्होंने बार-बार मोहलत मांग ली। मोहलत खत्म होने के बाद भी दुकानदारों ने अपनी दुकानों को नहीं हटाया। जब लॉकडाउन के बाद फोरलेन का निर्माण शुरू तो राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण प्राधिकरण ने इन दुकानों को तोड़ना शुरू कर दिया।
फोरलेन के निर्माण के जद में गोरखनाथ मंदिर की करीब 200 दुकानों के अलावा निजी लोगों की भी कुछ दुकानें हैं। सोमवार से इन दुकानों के ध्वस्तीकरण का काम शुरू कर दिया गया। मंदिर की दुकानें तोड़ने की अनुमति खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इन दुकानदारों के लिए नई जगह की व्यवस्था करने के निर्देश मंदिर प्रबंधन को दिए हैं। इसके बाद मंदिर प्रबंधन ने मल्टीस्टोरी शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक कॉम्पलेक्स के लिए जीडीए ने मानचित्र को अप्रूव कर दिया है।