बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर के अनूपशहर में पतित पावनी गंगा के किनारे नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर देश की जनता को गुमराह करने वाले विपक्षी दलों के नेताओं की बुद्धि शुद्धि के लिए रविवार को यज्ञ आयोजित किया गया। सांसद डॉ भोला सिंह ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धर्म के नाम पर प्रताड़ति किए जा रहे अल्पसंख्यकों जैसे हिंदू, जैन, बौद्ध, ईसाई, सिख, पारसियों को भारत की नागरिकता देने के उद्देश्य बना है।
उन्होने कहा कि इस अधिनियम के तहत किसी की भी भारत की नागरिकता से वंचित नहीं किया जा सकता हैं। उन्होंने देश के सभी नागरिकों विशेषकर मुस्लिमों से भ्रमित नहीं होने की अपील की है। सांसद ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने सीएए लागू कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपनों को साकार किया है। वर्ष 1950 में इस मुद्दे पर भारत के प्रधानमंत्री पंडित नेहरू एवं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री लियाकत अली के बीच हुए समझौतों को क्रियान्वित करने का प्रयास किया है।
उन्होंने कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी एवं वामपंथी दलों पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह दल सीएए को लेकर भ्रम फैलाने और देश में अराजकता का माहौल पैदा करने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा देश हित में लिए जा रहे निर्णय से देश की जनता पूरी तरह सहमत है। उन्होंने यज्ञ के माध्यम से भगवान से भ्रम फैला रहे विपक्षी दलों के नेताओं को सदबुद्धि देने की प्रार्थना की हैं।