29 Mar 2024, 02:39:54 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
Sport

सेरेना का 24वें ग्रैंड स्लेम का सपना टूटा, अजारेंका-ओसाका में खिताबी टक्कर

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Sep 12 2020 12:02AM | Updated Date: Sep 12 2020 12:03AM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

न्यूयॉर्क। अमेरिका की लीजेंड टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स का 24वां ग्रैंड स्लेम जीतने का सपना वर्ष के आखिरी ग्रैंड स्लेम यूएस ओपन टेनिस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पूर्व नंबर एक बेलारुस की विक्टोरिया अजारेंका के हाथों गुरूवार को हारकर एक बार फिर टूट गया। अजारेंका ने सेरेना को 1-6, 6-3, 6-3 से हराकर फाइनल में जगह बनायी। खिताब के लिए उनका मुकाबला पूर्व चैंपियन जापान की नाओमी ओसाका से होगा जिन्होंने एक अन्य सेमीफाइनल में अमेरिकी खिलाड़ी जेनिफर ब्रॉडी को 7-6, 3-6, 6-3 से पराजित किया। 

छह बार की चैंपियन सेरेना ने एक घंटे 55 मिनट तक चले इस मुकाबले के पहले सेट में अजारेंका को कोई मौका नहीं दिया और पहला सेट 6-1 से अपने नाम किया। लेकिन अजारेंका ने फिर शानदार तरीके से वापसी की और अगले दोनों सेट जीतकर 2013 के बाद से अपने पहले ग्रैंड स्लेम फाइनल में प्रवेश कर लिया। अजारेंका तीसरी बार यूएस ओपन के खिताबी मुकाबले में पहुंची हैं। अजारेंका ने पहली बार किसी मेजर टूर्नामेंट में सेरेना को हराया। तीसरी वरीयता प्राप्त और विश्व की आठवें नंबर की खिलाड़ी सेरेना और 27वीं रैकिंग की अजारेंका के बीच यह 23वां मुकाबला था जिसमें अजारेंका ने पांचवीं बार जीत हासिल की। 

अजारेंका ने इस जीत के साथ ही सेरेना से 2012 और 2013 में यूएस ओपन के फाइनल में मिली हार का बदला चुका लिया। अजारेंका ने इस मैच में 24 विनर्स लगाए जबकि सेरेना ने 35 विनर्स लगाए। अजारेंका ने 17 और सेरेना ने 28 बेजां भूलें कीं। सेरेना अपने रिकॉर्ड 24वें ग्रैंड स्लेम से महज दो  कदम दूर थीं लेकिन अजारेंका ने उनका सपना तोड़ दिया। मां बनने के बाद सेरेना 2018 और 2019 के बीच चार बार ग्रैंड स्लेम फाइनल में पहुंची थीं लेकिन अपना 24वां ग्रैंड स्लेम खिताब नहीं जीत पायी थीं और यहां उन्हें सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा। इस जीत के साथ ही अजारेंका वेस्टर्न एंड सर्दन टूर्नामेंट और यूएस ओपन मिलाकर लगातार 11 मुकाबले जीत चुकी हैं। उन्होंने वेस्टर्न एंड सदर्न ओपन का खिताब ओसाका के फाइनल से हट जाने से जीता था। 

सेरेना के खिलाफ जीत हासिल करने के बाद अजारेंका ने कहा, ‘‘एक चैंपियन के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबला खेलने को मैं बड़ा अवसर मानती हूं। फाइनल में पहुंचने के लिए मुझे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को हराना था और मैंने ऐसा किया। उम्मीद करती हूं कि इससे महिलाओं और खासकर मांओं को अपने सपने पूरा करने की प्रेरणा मिलेगी। मेरा मानना है कि आप सिर्फ एक पहचान से ही आगे नहीं बढ़ सकते क्योंकि हमारे जीवन में कई चीजें होती हैं। माता-पिता मेरे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण चीज हैं लेकिन मैं एक टेनिस खिलाड़ी भी हूं।’’ 

अजारेंका ने कहा, ‘‘मैं अपने बच्चों को प्रेरित करने के लिए निजी सपने पूरा करना चाहती हूं। मैं उम्मीद करती हूं कि विश्वभर में महिला जानती हैं कि वो जो चाहे कर सकती हैं। मां बनना सबसे कठिन काम है, जब आप इसको संतुलित कर लेते हैं तो आप कुछ भी कर सकते हैं।’’ एक अन्य सेमीफाइनल मुकाबले में दो बार की ग्रैंड स्लेम चैंपियन ओसाका का अमेरिकी खिलाड़ी जेनिफर ब्रॉडी से मुकाबला हुआ जिसमें ओसाका ने दो घंटे आठ मिनट तक चले मैच में ब्रॉडी को 7-6, 3-6, 6-3 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। इस जीत के साथ ही ओसाका ने अपना लगातार 10वां मैच जीता। 

यूएस ओपन से पहले ओसाका वेस्टर्न एंड सर्दन ओपन के फाइनल में पहुंची थी जहाँ उनका मुकाबला अजारेंका से होना था लेकिन हैमस्ट्रिंग चोट के कारण उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था। ओसाका की नजरें अब अपना तीसरा ग्रैंड स्लेम जीतने पर होंगी। ओसाका 2018 में यूएस ओपन की विजेता रही थीं और वह एक बार फिर यह कारनामा दोहराना चाहेंगी। ब्रॉडी पहली बार किसी ग्रैंड स्लेम टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंची थीं लेकिन वह इस मौके को भुनाने में नाकाम रहीं। ओसाका ने मुकाबले में नौ एस लगाए जबकि ब्रॉडी ने 10 एस लगाए। ओसाका ने 35 और बॉडी ने भी 35 विनर्स लगाए। चौथी सीड ओसाका ने 17 बेजां भूलें की और बॉडी ने 25 बेजां भूलें कीं। 

ओसाका ने कहा, ‘‘कई बार मैं सोचती हूं कि मेरे पास कठिन होकर खेलने के सिवाए कोई विकल्प नहीं है। ईमानदारी से कहूं तो मैच में आनंद आया क्योंकि टूर्नामेंट के अंत में मुझे बेहतरीन प्रतिद्वंद्वी मिला। मैं कह सकती हूं इस बार मेरी मानसिकता थोड़ी अलग है। मुझे लगता है कि मैंने करियर में उतार-चढ़ाव से काफी कुछ सीखा है। इसमें फाइनल मुकाबले शामिल नहीं है, मैं सिर्फ नियमित टूर टर्नामेंट की बात कर रही हूं। मानसिक तौर पर मैं मजबूत हूं और फिट महसूस कर रही हूं। फाइनल मुकाबला मजेदार होगा।’’ ब्रॉडी ने कहा, ‘‘मुझे अपनी कोशिश पर गर्व है। मैं इस मुकाबले में उसी मानसिकता के साथ उतरी थी जैसा हर मुकाबले में उतरती हूं। मेरा एक ही लक्ष्य था सभी सिंगल अंक पर कड़ी टक्कर देना। मुझे लगता है कि मैंने ऐसा किया। मैं इस टूर्नामेंट से गर्व के साथ विदा ले रही हूं।’’

  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »