न्यूयार्क। भारत के शीर्ष एकल खिलाड़ी सुमित नागल दूसरी वरीयता प्राप्त और विश्व के तीसरे नंबर के खिलाड़ी ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम से गुरूवार को लगातार सेटों में 3-6, 3-6, 2-6 से हारकर वर्ष के आखिरी ग्रैंड स्लेम यूएस ओपन टेनिस टूर्नामेंट से बाहर हो गए। 23 वर्षीय नागल ने यूएस ओपन के दूसरे दौर में प्रवेश कर देश का सात साल का इंतजार खत्म किया था लेकिन दूसरे दौर में वह थिएम से पार नहीं पा सके और एक घंटे 58 मिनट में मुकाबला हार गए।
नागल के लिए इस मैच में एकमात्र उपलब्धि यही रही कि उन्होंने आर्थर एश स्टेडियम में पहले सेट के पांचवें गेम और दूसरे सेट के आठवें गेम में थिएम की सर्विस तोड़ी जबकि थिएम ने इस जीत से खुद को जन्मदिन का शानदार तोहफा दिया। यूएस ओपन के एकल मुख्य ड्रा में जगह बनाने वाले एकमात्र भारतीय नागल का दुर्भाग्य रहा कि लगातार दूसरे वर्ष उन्हें शुरुआत में ही एक मजबूत खिलाड़ी की चुनौती का सामना करना पड़ गया।
पिछले वर्ष नागल अपने सभी क्वालीफाइंग मैच जीतकर मुख्य ड्रा में पहुंचे थे जहां उनका सामना पहले ही राउंड में 20 ग्रैंड स्लेम खिताबों के विजेता स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर से हो गया था। नागल ने फेडरर से पहला सेट 6-4 से जीतकर सबको चौंका दिया था लेकिन फिर वह अगले तीन सेट 1-6, 2-6, 4-6 से हार गए थे। 127वीं रैकिंग के नागल ने दर्शकों के बिना खेले जा रहे यूएस ओपन के पहले राउंड में अमेरिका के ब्रेडले क्लान को चार सेटों में 6-1, 6-3, 3-6, 6-1 से पराजित कर दूसरे दौर में जगह बनायी थी और 2013 के बाद से यूएस ओपन या किसी भी ग्रैंड स्लेम के दूसरे दौर में पहुंचने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे।
इससे पहले सोमदेव देववर्मन 2013 में ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन और यूएस ओपन के दूसरे दौर में पहुंचे थे। नागल का दूसरे दौर में सामना दूसरी वरीयता प्राप्त और विश्व के तीसरे नंबर के खिलाड़ी ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम से हो गया और नागल ने टुकड़ों-टुकड़ों में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन यह प्रदर्शन थिएम जैसे खिलाड़ी को चुनौती देने के लिए काफी नहीं था।
नागल को यदि ग्रैंड स्लेम में आगे तक जाना है तो उन्हें अपनी विश्व रैकिंग में सुधार करना होगा ताकि उनका पहले या दूसरे राउंड में सामना शीर्ष वरीय खिलाड़ियों से न हो। नागल के पास अच्छा खेल है लेकिन यह ऊंचे स्तर का नहीं है और उन्हें निर्णायक मौकों को भुनाना भी सीखना होगा।