नई दिल्ली। 18 बार के ग्रैंड स्लेम चैंपियन और भारत के लीजेंड टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस ने कहा है कि खिलाड़ियों को लॉकडाउन के समय का इस्तेमाल अपना कौशल विकसित करने के लिए करना चाहिए। 46 वर्षीय पेस ने अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के कोचों के लिए आयोजित किए गए वेबिनार में यह बात कही। पेस से पहले रामकुमार रामानाथन,देश के शीर्ष युगल खिलाड़ी रोहन बोपन्ना सहित कई पुरुष और महिला खिलाड़ी इस वेबिनार को संबोधित कर चुके हैं। कोरोना वायरस के कारण देश में लागू हुए लॉकडाउन के दौरान एआईटीए और साई ने कोचों के लिए वेबिनार की शुरुआत की है।
आगामी 17 जून को 47 वर्ष के होने जा रहे पेस ने अपने विशाल अनुभव को वेबिनार में साझा किया। ओलम्पिक कांस्य पदक जीत चुके और प्रोफेशनल टेनिस में तीन दशक गुजार चुके पेस ने एआईटीए से पंजीकृत कोचों और टेनिस विशेषज्ञों को सम्बोधित किया। पेस ने अपने सम्बोधन की शुरुआत में साई और एआईटीए के कोच शिक्षा कार्यक्रम का विशेष रूप से जिक्र किया और अपने जूनियर दिनों से सीनियर स्तर के दिनों, टेनिस में मानसिक फिटनेस की जरूरत, दबाव से निपटना, न्यूट्रिशनल जानकारीऔर अपने अनुभव को स्कूलों तक ले जाने की योजना पर चर्चा की तथा कोचों को टिप्स दिए।
दिग्गज खिलाड़ी ने देश में कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के समय का इस्तेमाल करने का सुझाव देते हुए कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि लॉकडाउन के दौरान नए कौशल को सीखा जाए और खुद को सक्रिय तथा मानसिक रूप से फिट रखा जाए। पेस ने वेबिनार में अपने सत्र का समापन कोचों को अपने सन्देश के साथ किया कि वे देखें कि उनके सिखाये खिलाड़ी टेनिस में अच्छा प्रदर्शन करें और वे इस खेल का इस्तेमाल खिलाड़ियों को अच्छा इंसान बनाने के लिए करें।