नई दिल्ली। शेयर बाजार के लिये बीता हफ्ता नुकसान का हफ्ता साबित हुआ है। 17 दिसंबर को खत्म हुए हफ्ते में शेयर बाजार 3 प्रतिशत टूट गया है। वहीं बाजार में निवेशकों के इस हफ्ते के दौरान 8 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा डूब गये हैं। हालांकि बीते हफ्ते की तरफ इस हफ्ते भी बाजार में छोटे स्टॉक्स ने जमकर कमाई करायी है। हफ्ते के दौरान शेयर बाजार में गिरावट फेडरल रिजर्व के संकेतों और ओमीक्रॉन के बढ़ते असर की वजह से देखने को मिली है। दुनिया भर में ओमीक्रॉन के मामले बढ़ रहे हैं। वहीं भारत सहित कई देशों में कोविड की नयी लहर की आशंका भी जतायी जा रही है। इससे बाजार के जानकारों को डर है कि कहीं एक बार फिर प्रतिबंधों की शुरुआत न हो जाये। वहीं दूसरी तरफ फेडरल रिजर्व के द्वारा राहत कदमों के वापस लेने के संकेतों और हफ्ते में बैंक ऑफ इंग्लैंड द्वारा प्रमुख दरों में बढ़ोतरी के फैसले से बाजार मान रहा है कि अब जल्द ही सिस्टम में आसानी से उपलब्ध होने वाली नकदी के दिन जाने वाले हैं।
हफ्ते के दौरान बीएसई पर लिस्ट सभी कंपनियों का कुल बाजार मूल्य 267।68 लाख करोड़ रुपये से घटकर 259।37 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया है। यानि 5 दिन के कारोबारी सत्र में निवेशकों के निवेश का कुल बाजार मूल्य 8।31 लाख करोड़ रुपये घट गया। हफ्ते के दौरान सेंसेक्स में 3 प्रतिशत यानि 1775 अंक की गिरावट दर्ज हुई है। दूसरी तरफ निफ्टी भी करीब 3 प्रतिशत यानि 526 अंक लुढ़का है। हालांकि इस दौरान मिडकैप स्टॉक्स का नुकसान कहीं ज्यादा रहा। हफ्ते के दौरान बीएसई मिडकैप इंडेक्स 4।5 प्रतिशत लुढ़का है। हफ्ते के दैरान स्मॉलकैप इंडेक्स में 2।7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई। सेक्टर में सबसे ज्यादा नुकसान में रियल्टी सेक्टर इंडेक्स रहा है। सेक्टर हफ्ते के दौरान 7 प्रतिशत टूटा है। एक हफ्ते में टेलीकॉम इंडेक्स 5।4 प्रतिशत और एफएमसीजी सेक्टर 4।5 प्रतिशत नीचे आ गया है।
बाजार में इस तेज गिरावट के बीच भी कई शेयरों ने निवेशकों की जमकर कमाई करायी है। इसमें सबसे ज्यादा संख्या छोटे शेयरों की रही है। हफ्ते के दौरान 30 से ज्यादा स्टॉक्स में 10 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त रही। इसमें सुविधा इंफोसर्व, बोरोसिल, प्रीसिशन वायर्स इंडिया, ऊर्जा ग्लोबल, टाटा टेलीसर्विस (महाराष्ट्र), ब्राइटकॉम ग्रुप, सेंट गोबिन, धनवर्षा फिनवेस्ट आदि शामिल है, इन स्टॉक्स में एक हफ्ते के दौरान अधिकतम 40 प्रतिशत रिटर्न भी मिला है।