कोलकता। अब एकबार फिर बंगाल चुनाव सुर्खियों में हैं। पश्चिम बंगाल में कुछ महीने पहले ही नई सरकार चुनी गई है। भवानीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। यहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रियंका टिबरीवाल से है। 30 सितंबर को वोटिंग होनी है। उससे पहले बीजेपी ने ममता के नॉमिनेशन पर सवाल खड़ा कर दिया है। ये चुनाव सीएम ममता बनर्जी के लिए काफी अहम है। अगर ममता को सीएम पद पर बरकरार रहना है तो चुनाव जीतना होगा। अब भाजपा के एक एजेंट ने चुनाव आयोग से ममता का नामांकन रद्द करने की मांग की है।
भवानीपुर विधानसभा सीट से सीएम ममता चुनाव लड़ रही हैं। उन्होंने अपना पर्चा भी भर दिया है। सीएम ममता को चु्नौती देने के लिए भाजपा ने प्रियंका टिबरेवाल को उम्मीदवार बनाया है। उनके चुनावी एजेंट ने यहां के रिटर्निंग अफसर को चिट्ठी लिख कर ममता बनर्जी के नामांकन पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा है कि ममता ने जो हलफनामा दाखिल किया है, उसमें उन्होंने अपने ऊपर चल रहे पांच आपराधिक मामलों का जिक्र नहीं किया। भाजपा एजेंट सजल घोष ने अपनी चिट्ठी में उन मामलों का भी जिक्र किया और बताया कि उन पर कहां-कहां केस दर्ज हैं।
चुनाव एजेंट ने जो लेटर लिखा है उनमें ममता बनर्जी के खिलाफ पांच अलग-अलग मामले दर्ज होने का जिक्र है। ये सभी केस असम में दर्ज हैं। इनमें से कुछ मामले अप्रैल और मई महीने के भी हैं। जब पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव हो रहे थे। भाजपा एजेंट सजल घोष का आरोप है कि सीएम ममता ने अपने चुनावी एफिडेवट में ये जानकारी नहीं भरी। इसी वजह से उन्होंने उनका पर्चा खारिज करने की मांग की है।
भवानीपुर सीट से चुनाव लड़ रहीं बीजेपी उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल भी कोई कसर नहीं छोड़ रही है। दीवारों पर कमल निशान बनाकर चुनाव प्रचार शुरू कर रहीं प्रियंका टिबरीवाल ने कहा था कि मैं अपना नामांकन दाखिल करूंगी। प्रियंका ने नामांकन दाखिल कर दिया है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोगों को जिंदा रहने का अधिकार है। ये अधिकार TMC के लोग छिन रहे हैं और इनके पीछे ममता बनर्जी खड़ी हैं तो उनके खिलाफ मेरी लड़ाई है। मैं बंगाल के लोगों के लिए लड़ रही हूं।' ममता बनर्जी ने शुक्रवार को भवानीपुर क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया।