भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि कौन लायक है और कौन नहीं, यह तो जनता तय करती है। चौहान ने यहां रात्रि में जारी अपने बयान में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को स्वयं सोचना चाहिए कि कौन लायक है और कौन नहीं। मुख्यमंत्री ने प्रतिप्रश्न करते हुए कहा कि जो व्यक्ति सभी को एक भाव से देखे, गरीबों का सम्मान करे और किसान के हित में कार्य करे, वो लायक है या नहीं, यह फैसला जनता को करना है।
चौहान ने कहा कि राज्य में 15 माह तक कांग्रेस की सरकार रही, उस समय के मुख्यमंत्री ने क्या किया। वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बना दिया गया था। पूरे प्रदेश के विकास को ठप कर दिया था। क्या यह लायकी है। उस समय ग्वालियर चंबल अंचल में भी रेत के अवैध खनन और अन्य चीजों को लेकर क्या स्थिति थी, किसी से छिपी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 माह की सरकार में किसानों से झूठ बोला गया। बेरोजगारों को छला गया। अन्य वर्गों की भी कोई सुध नहीं ली गयी। तब ग्वालियर चंबल अंचल भी याद नहीं आया। उन्होंने कहा कि कोई उन्हें 'नालायक' कहे, इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।
वे तो जनता के सेवक हैं और रहेंगे। चौहान ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के मुखिया को इस बात का जवाब तो देना होगा कि दस दिन में दो लाख रुपयों तक के किसानों के कर्ज माफ करने की बात कही थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इसके पहले ग्वालियर की दो दिन की यात्रा के अंतिम दिन आज कमलनाथ ने मीडिया से बातचीत की।
उन्होंने किसानों की कर्जमाफी संबंधी सवालों के जवाब में कहा कि किसानों के कर्ज माफ करने की प्रक्रिया होती है और उसे अपनाना पड़ता है। यह बात नहीं समझने वाला व्यक्ति लायक नहीं है। इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने एक बयान में कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री चौहान को लेकर अपने संबोधन में कभी भी 'नालायक' शब्द का उपयोग नहीं किया है।