भोपाल। दक्षिण पश्चिम मानसून के एक बार फिर मध्यप्रदेश में सक्रिय हो जाने के चलते राज्य के अधिकतर स्थानों पर हो रही बारिश के बीच अगले चौबीस घंटों के दौरान उत्तर पूर्वी क्षेत्र के अधिकांश इलाकों तथा पश्चिमी के कुछेक हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गयी है। मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वैज्ञानिकों के अनुसार इस समय प्रदेश के दक्षिण पश्चिमी क्षेत्र के ऊपर निम्न दाब का क्षेत्र बना है, जो चक्रवातीय परिसंचरण के साथ सक्रिय है, यह समुद्र तल से 3.6 किमी ऊचाई तक है। वहीं एक ‘ट्रफ’ गुजर रही है तथा कोंकण-गोवा में भी एक चक्रवात बना है।
इसी के चलते अगले चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश के उत्तर पूर्वी हिस्सों तथा पश्चिम के कुछ इलाकों में भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है। पिछले दो दिन से प्रदेश में सक्रिय मानसून के चलते अनेक स्थानों पर कहीं भारी, तो कहीं हल्की वर्षा हुयी। पिछले चौबीस घंटों के दौरान होशंगाबाद में सबसे अधिक 114.5 मिमी, बैतूल में 30.2 मिमी, ग्वालियर में 21.3 मिमी, इंदौर में 26.0 मिमी, पचमढ़ी में 28.4 मिमी, छिंदवाड़ा में 62.0 मिमी, दमोह 29.0 मिमी, खजुराहो 32.8 मिमी, टीकमगढ़ 28.0, मिमी, रायसेन 53.6 मिमी, उमरिया में 38.2 मिमी, सिवनी में 45.2 मिमी, मंडला में 42.0 मिमी, उज्जैन में 23.0 मिमी के अलावा राजधानी भोपाल समेत कुछ अन्य स्थानों पर भी बारिश हुयी है।
प्रदेश में जुलाई के महीने में हुयी कम बारिश का असर यह रहा कि प्रदेश के लगभग 20 जिले ऐसे हैं, जहां आज की स्थिति में सामान्य से कम वर्षा हुयी है। वहीं, प्रदेश की औसत वर्षा 13 प्रतिशत कम है। हालाकि मौसम विभाग मानना है कि अगस्त और सितंबर के महीने में अच्छी बारिश के संकेत हैं।
राजधानी भोपाल तथा उसके आसपास के क्षेत्र में कल रात में कुछ देर की लिए हल्की से मध्यम वर्षा हुयी। सुबह से आसमान में बादल छाए रहे, दोपहर बाद हल्की बौछारें पड़ी। इसके चलते यहां मौसम में गर्मी से राहत रही। अगले चौबीस घंटों के दौरान वर्षा या गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान है।