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जहरीली शराब से हुई मौतों के लिये भाजपा ने मांगा कैप्टन अमरिंदर का इस्तीफा

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Aug 4 2020 12:28AM | Updated Date: Aug 4 2020 12:29AM
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चंडीगढ़। पंजाब प्रदेश भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने अमृतसर, तरनतारन और बटाला में जहरीली शराब पीने से हुई 116 लोगों की मौत के लिये राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को जिम्मेदार ठहराते हुये उनसे नैतिक आधार पर इस्तीफा देने की मांग की है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री जीवन गुप्ता ने आज यहां बयान जारी कर कहा कि जहरीली शराब पीने जहां सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है वहीं अनेक विभिन्न अस्पतालों में ंिजदगी-मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इतने लोगों की भयानक मौत के लिये कथित तौर पर मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं तथा उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
 
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राज्य की सत्ता पर काबिज होने के लिये प्रदेश की जनता के साथ हर घर में नौकरी, युवाओं को मुफ्त स्मार्टफोन और बेरोजगारी भत्ता देने जैसे जैसे अनेक लुभावने और झूठे वादे किये थे। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में गुरुद्वारा दमदमा साहिब की तरफ मुंह कर गुटका साहिब को हाथ में लेकर पंजाब को नशामुक्त करने की सौगंध खाई थी लेकिन हकीकत में आज तक प्रदेश की जनता उन हवाई वादों को याद कर खून के आंसू रो रही है।
 
उन्होंने कहा कि युवाओं को सुनहरी सपने दिखा कर उन्हें बेवकूफ बना कर उनसे नौकरी और मुफ्त  स्मार्टफोन के लिए फार्म तक भरवाए गए। भाजपा नेता ने कहा कि कैप्टन सिंह ने वर्ष 2019 में पंजाब मंत्रिमंडल की बैठक में युवाओं को स्मार्टफोन देने का प्रस्ताव पारित किया था। इसके बाद दो दिसम्बर 2019 को उन्होंने स्वयं ट्वीट कर गत 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर पहले चरण में 11वीं तथा 12वीं के 1.06 लाख छात्रों को स्मार्टफोन देने का ऐलान किया था लेकिन गणतंत्र दिवस भी निकल गया लेकिन दिया कुछ भी नहीं।
 
उन्होंने कहा कि लगता है मुख्यमंत्री झूठ के वायरस के शिकार हो चुके हैं। उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार का मिशन फतेह भी फेल हो गया है। सरकार प्रदेश की जनता के लिए केंद्र द्वारा भेजा गया गेंहू-दालें राशन भी वितरित करने के विफल रही और कांग्रेसी नेता जरूरतमंदों और गरीबों का राशन डकार गए। सरकार , प्रदेश में नशे की समस्या खत्म करने भी विफल रही। प्रदेश में इसके विपरीत लॉक-डाउन के दौरान शराब की बिक्री उच्चतम स्तर पर हुई और इसमें कांग्रेसी नेताओं का नाम सरेआम उजागर भी हुआ।
 
अब अमृतसर, तरनतारन और बटाला में 116 लोगों की मौत की जिम्मेवारी से भाग रहे कैप्टन सिंह ने पुलिस को निशाना बना कर उन्हें बर्खास्त कर जनता को बेवकूफ बनाने का काम किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का इतिहास रहा है कि अपने दोषी नेताओं को हमेशा से बचाती आई है। अब जहरीली शराब मामले में भी कांग्रेसी नेताओं के पकड़े जाने पर कारवाई के नाम पर मुख्यमंत्री  खानापूर्ति कर जनता के आँसू पोंछने का काम कर रहे हैं। 
 
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