नैनीताल। उत्तराखंड की ऊधमसिंह नगर पुलिस ने पिछले एक साल से फरार चल रहे शातिर अपराधी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। आरोपी उत्तर प्रदेश के सिपाही मयंक हत्याकांड में वांछित था और तभी से फरार चल रहा था। उत्तराखंड पुलिस की ओर से उस पर ढाई हजार रुपए का इनाम घोषित था। ऊधमसिंह नगर के नव नियुक्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) दिलीप सिंह कुंवर ने बुधवार को स्वयं इस मामले से पर्दा उठाया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 13 अगस्त को गदरपुर स्थित खालसा ढाबे में दिनदहाड़े उप्र के सिपाही मयंक कटारिया की गोली मारकर सरेआम हत्या कर दी गई थी। घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी फरार हो गए थे। मृतक उप्र के रामपुर स्थित विलासपुर का निवासी था।
नितेश कुमार पुत्र दयानंद की ओर गदरपुर थाना में 14 अगस्त को मामला दर्ज कराया गया। पुलिस ने धारा 302, 34 एवं शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर अपराधियों की धरपकड़ में जुट गई। हत्याकांड में शामिल चार अपराधियों मनोज दुबे, उदय बीरेन्दर, बलजीत उर्फ जोत एवं बीरेन्द्र उर्फ सन्नी को दबोच कर सलाखों के पीछे डाल दिया था जबकि पांचवां आरोपी गौरव चावला उर्फ निक्का उर्फ मोहित फरार हो गया था। आरोपी गौरव चावला पुत्र राजकुमार दिल्ली के सी/137 डीडीए फ्लैट, पंजाबी कालोनी महेन्द्र पार्क का रहने वाला है और पिछले कुछ समय से ऊधमसिंह नगर जनपद के गदरपुर में रहने लगा था। गौरव का आपराधिक इतिहास है। उसे पकड़ने के लिये पुलिस ने 2500 रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था।
कुछ दिन पहले पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अशोक कुमार ने ऊधमसिंह नगर का दौरा किया था और अपराधियों खासकर फरार अपराधियों पर सख्ती करने के निर्देश दिए थे और उन्हें हर हाल में सलाखों के पीछे डालने को कहा था। उसी कड़ी में गौरव को कल पुलिस ने गदरपुर से गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक .32 बोर की पिस्टल और दो जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं। गिरफ्तार करने वाली टीम को एसएसपी की ओर से ढाई हजार का इनाम दिया गया है।