शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि कोरोना संकट में भी कांग्रेस राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ काम कर रही है और भ्रष्टाचार की कहीं भी तनिक भी गुंजाइश नहीं है । ठाकुर आज यहां पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऐसे संकट के समय भी सिर्फ राजनीति कर रहे है। कांग्रेस ने जमीन पर कुछ नहीं किया है लेकिन अपने केंद्रीय नेतृत्व को बारह करोड़ का बिल भेज दिया है।
उन्होंने कहा कि पटवारी भर्ती मामला उच्च न्यायालय में मामला खारिज हो गया क्योंकि उसमें कहीं कोई अनियमियता नहीं पाई गई। सचिवालय में सैनेटाइजर के मामले में सरकार ने तुरंत एक्शन लिया गया। एफआईआर दर्ज की और सचिवालय के एक अधीक्षक को निलंबित करने के साथ चार लोगों को चार्जशीट भी किया। पीपीई किट की खरीद पर सरकार के स्तर पर कोई अनियमितता नहीं है। दो लोगों के बीच संवाद हुआ है।
उनकी ऑडियो बात वायरल हुई, जिसका पता चलने पर एफआईआर दर्ज कर तत्कालीन स्वास्थ्य निदेशक को निलंबित कर कार्रवाई की गई। इस मामले में विजिलेंस जांच कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब नेता विपक्ष के पास बोलने को कुछ नहीं है। इस कोरोना संकट में भ्रष्टाचार से बड़ा पाप कोई नहीं हो सकता है। ऐसा करने वालों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा। गुमनाम पत्र जारी कर स्वास्थ्य विभाग में वेंटीलेटर की खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले को पाताल से भी ढूंढकर निकाला जायेगा।
उन्होंने कहा कि मास्क, पीपीई और अन्य सभी चीजों की सप्लाई चीन से हो रही थी पर अब ज्यादातर चीजें देश में ही बन रही हैं। उन्होंने बताया कि एक लाख 70 हजार लोग राज्य वापस लाए गए।तेरह ट्रेनों के माध्यम से 6115 लोग लाए गए। प्रदेश में आज तक 361 कोरोना पाजिटिव मामले आए हैं जबकि सक्रिय मामले 206 हैं। दिल्ली से 86 और महाराष्ट्र से 141 लोग प्रदेश में वापिस आने पर पाजिटिव पाए गए हैं।