मथुरा। नयति हैल्थकेयर एंड रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड ने कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए मथुरा स्थित अपने फ्लैगशिप अस्पताल में 200 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध करायी है। इनमें 102 आईसीयू तथा एचडीयू बैड तथा 98 आइसोलेशन बैड शामिल हैं। संस्थान की अध्यक्ष सुनीरा राडिया ने आज यहां जारी विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि,कोरोना वायरस संक्रमण के चलते उन्होंने अपने अस्पताल के डॉक्टर और पैरामेडिक स्टाफ को इन चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार कर लिया है।
उनके अस्पताल में 102 आईसीयू बिस्तरों और 98 आइसोलेशन तथा हाइ डिपेन्डेन्सी बिस्तरों का इंतजाम किया है। साथ ही, 8 से 12 हफ्तों की अवधि में, 1500-2000 कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए सुविधा जुटायी है, जिसमें मरीजों की क्रिटिकल केयर भी शामिल है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मरीजों के लिए तीन स्तरीय ट्रियेज सुविधा का इंतजाम किया गया है और यहां आने वाले मरीजों की जांच के लिए अलग-अलग जोन बनाए गए है।
पहले चरण में, 70 बिस्तरों के आइसोलेशन एरिया का इंतजाम किया गया है । यहां वेंटिलेटर तथा ईसीएमओ सुविधा से सुसज्जित आईसीयू भी उपलब्ध हैं। उनका कहना था कि नयति अस्पताल आगरा को लैवल 1 क्वारंटाइन सेंटर में बदला गया है। मथुरा स्थित नयति मेडिसिटी में लैवल 2 और लैवल 3 कोविड मरीजों को रखा जाएगा।
इसके अलावा, नयति के डॉक्टरों तथा पैरामेडिकल स्टाफ की आवासीय सुविधा के लिए नयति कैम्पस को सैटलाइट कैम्पस बनाया जाएगा, आवश्यकता पड़ने पर जिसे बाहरी टीमों के लिए भोजन और ठहरने, की सुविधा के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। सुराडिया ने कहा कि इस महामारी से निपटने की जिम्मेदारी सिर्फ सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं की नहीं है, निजी अस्पतालों को भी है और इसमें सभी को हाथ बंटाना होगा।