लखनऊ। उत्तर प्रदेश में महाराजगंज के फरेन्दा तहसील के भारी वैली गांच में जल्द ही गिद्ध संरक्षण और प्रजनन केंद्र स्थापित किया जायेगा। इसे जटायु केंद्र का नाम दिया गया है। वन विभाग के बघिकारी से रविवार को यहां कहा कि इसके लिये गोरखपुर वन विभाग की पांच हेक्टयर जमीन तय की गई है। इससे पहले केंद्र सरकार ने हरियाणा के पिंजौर में देश का पहला गिद्ध संरक्षण केंद्र बनाया था। महाराजगंज का केंद्र वन्यजीव सर्वेक्षण संगठन और बाम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी मिल कर कर रहा है। गिद्धों पर साल 2014 में किये गये सर्वे के अनुसार राज्य के 13 जिलों में 900 से ज्यादा गिद्धों के होने का पता चला था। महाराजगंज के मछवालिया जंगल के इलाके में ही एक सौ से ज्यादा गिद्ध पाये गये थे ।