नई दिल्ली। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि रेल मंत्री पीयूष गोयल ने उन्हें आश्वस्त किया है कि राज्य के ऋषिकेश से कर्णप्रयास के बीच रेल लाइन के निर्माण के लिए पैसे की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। रावत ने रेल मंत्री से मुलाकात के बाद शुक्रवार को यहां पत्रकारों से कहा कि बैठक में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन परियोजना की प्रगति की रेल मंत्री को जानकारी दी गयी और उन्हें बताया गया कि इस 126 किलोमीटर लम्बे मार्ग पर वन भूमि को ठीक कर गैर वनभूमि की जमीन के रूप में परिवर्तित करने की स्वीकृति मिल गयी है। इसके साथ ही इस लाइन के लिए 167 हेक्टेयर निजी राजस्व भूमि का अधिग्रहण भी कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ तथा बागेश्वर क्षेत्र में आर्थिक विकास गति को तेज करने के लिए पर्यटक को बढावा देने और सस्ती परिवहन सुविधा की सख्त जरूरत है
इसलिए उन्होंने रेल मंत्री से लालकुंआ-खटीमा, टनकपुर-बागेश्वर और काशीपुर-धामपुर नई रेल लाईनों को स्वीकृति देने का अनुरोध किया है। रेल मंत्री ने भी बैठक के बारे में पत्रकारों को जानकारी दी और कहा कि ऋषिकेश कर्णप्रयाग मार्ग पर काम ने गति पकड़ ली है और निर्माण कार्य नजर आने लगा है। इस काम को देखते हुए उन्हें विश्वास है कि अगले ढाइ साल के दौरान इस मार्ग पर लोग श्रीनगर गढवाल तक रेल से सफर कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के अनुरोध पर नई दिल्ली-हरिद्वार-देहरादून के लिए समस्त आधुनिक सुविधाओं से युक्त तेजस एक्सप्रेस चलाने को सैद्धांतिक स्वीकृति मिल गयी है और पाथ-वे उपलब्ध होते ही इसे शुरू कर दिया जाएगा।