पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नई दिल्ली के बिहार भवन/बिहार निवास की अधिक से अधिक उपयोगिता पर बल दिया है। कुमार ने आज यहां दिल्ली में स्थित बिहार भवन/बिहार निवास के पुनर्विकास से संबंधित प्रस्तुतीकरण के दौरान कहा कि बिहार निवास का निर्माण बेहतर ढ़ंग से हो, इसके लिये वरीय पदाधिकारी उस स्थल का निरीक्षण कर लें। दूसरे बेहतर भवनों के डिजाइन का भी अध्ययन कर एक बेहतर प्रारूप बनायें। उन्होंने कहा कि बनने वाले भवन का निर्माण इस रुप में हो कि उनकी उपयोगिता अधिक से अधिक हो सके। इसी प्रकार दिल्ली स्थित बिहार भवन में बिहार सरकार के कार्यालयों के उपयोग के लिये लाया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले चरण में बिहार निवास के पुनर्विकास के लिए कार्य करने की जरूरत है।
जो भवन बने उसमें पदाधिकारियों के रहने की व्यवस्था के साथ-साथ कार्यरत कर्मचारियों के आवासन की भी व्यवस्था हो। उन्होंने कहा कि बिहार से चिकित्सा इत्यादि के लिये दिल्ली जाने वाले आमलोगों के रहने की व्यवस्था वहां निर्धारित दर पर संभव हो सके तो बेहतर होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भवन परिसर में ऑडिटोरियम का भी निर्माण किया जाना चाहिये। इससे पूर्व भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने प्रस्तुतिकरण के दौरान मुख्यमंत्री को बताया कि दिल्ली में बिहार सदन के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है और यह अगले चार महीने में पूर्ण हो जाने की संभावना है।
उन्होंने दिल्ली स्थित बिहार भवन/बिहार निवास के पुनर्विकास से संबंधित विभिन्न बिंदुओं की भी जानकारी दी। कंस्लटेंट एजेंसी के प्रतिनिधियों ने अपने प्रस्तुतीकरण में भवन के मेन फीचर्स, डिजाइन आदि पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस दौरान भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, मुख्य सचिव दीपक कुमार, प्रधान सचिव (मंत्रिमण्डल समन्वय) दीपक प्रसाद, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार सहित अन्य पदाधिकारी एवं कंस्लटेंट एजेंसी के प्रतिनिधि मौजूद थे।