भोपाल। मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मानव अधिकार हनन से जुड़े आधा दर्जन मामलों में संज्ञान लेकर संबंधित अधिकारियों से प्रतिवेदन मांगा है। आयोग की ओर से आज जारी विज्ञप्ति के अनुसार आयोग ने शिवपुरी जिले के जिला अस्पताल के मेडिकल वार्ड में भर्ती बालचंद्र लोधी की मृत्यु के बाद चिकित्सक व नर्स की लापरवाही पर कलेक्टर तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से जांच कराकर की गई कार्यवाही का एक माह में प्रतिवेदन मांगा है। इसी तरह दमोह जिले के फतेहपुर निवासी कौशल्या बाई को सर्प डसने के बाद प्राथमिक चिकित्सा के दौरान अस्पताल के चिकित्सक द्वारा पर्ची पर इलाज व दवाई न लिखकर उसके हाथ पर इंटी स्रेक पीएम 3 लिखे जाने के मामले में कलेक्टर से एक माह में प्रतिवेदन मांगा गया है।
इसी प्रकार रायसेन जिले के ग्राम सतलापुरा मंडीदीप निवासी सीताराम अहिरवार बीते सोमवार को अपने दोस्त भोजराज के साथ ईटखेड़ी बाइक से आए थे। इस बीच इंदौर से मंडीदीप जाने वाले हाइवे पर मृत श्वान के चलते सीतारात की मौत और भोजरात को चोट लगने पर इस मामले में उप पुलिस महानिरीक्षक से जांच कराकर एक माह में प्रतिवेदन मांगा है। इसके अलावा ग्वालियर जिले में बहोड़ापुर थाने में बाल मज़दूरी करते वीडियो वायरल होने पर आयोग ने पुलिस महानिरीक्षक, ग्वालियर से जांच कराकर की गई कार्यवाही का एक माह में प्रतिवेदन मांगा है। इसके साथ ही ग्वालियर शहर में कई स्थानों पर गंदगी के ढेर लगने और नगर निगम द्वारा फोगिंग भी नहीं कराये जाने पर आयोग ने ग्वालियर संभागायुक्त से जांच कराकर की गई कार्यवाही का एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।