नई दिल्ली। कांग्रेस के कर्नाटक से राज्यसभा सांसद के सी राममूर्ति ने पार्टी में समस्याओं के समाधान के लिए बदलाव नहीं लाने का आरोप लगाते हुए बुधवार को उच्च सदन से इस्तीफा दे दिया। सूत्रों के मुताबिक राममूर्ति ने अपना इस्तीफा उप राष्ट्रपति सचिवालय को सौंपा। राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। राममूर्ति जुलाई 2016 में राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे। राममूर्ति के इस्तीफे के बाद राज्यसभा में कांग्रेसी सदस्यों की संख्या घटकर 45 हो गयी है। इससे पहले हाल ही में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य भुवनेश्वर कलिता और संजय सिंह ने इस्तीफा दे दिया था। बाद में ये दोनों नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये थे।
राममूर्ति ने इस्तीफे की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य नेताओं को पार्टी में समस्याओं के बारे में सूचित किया था। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पार्टी में कुछ बदलावों की उम्मीद की थी और इसके लिए एक साल तक इंतजार भी किया, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। इससे परेशान होकर मैंने कांग्रेस और राज्यसभा से इस्तीफा देने का फैसला किया।’’ उन्होंने भावी रणनीति के संदर्भ में कहा कि वह विभिन्न मुद्दों को लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं से मिले हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अभी भाजपा में शामिल होने का निर्णय नहीं लिया है, लेकिन अगर भाजपा मेरी सेवाएं चाहती है तो ऐसा हो सकता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं राष्ट्र निर्माण और विकास के लिए काम करने के प्रति इच्छुक हूं। मैं दो दिन में अपनी भावी रणनीति का खुलासा करुंगा।’’