नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) में एक बार फिर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। खबर है कि विधायक अलका लांबा और पार्टी के बीच दरार बढ़ गई है। विधायक अलका लांबा ने शनिवार को आरोप लगाया है कि उन्हें पार्टी के व्हाट्सऐप ग्रुप से बाहर कर दिया गया है। इस ग्रुप में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के अलावा सीएम अरविंद केजरीवाल भी हैं।
विधायक अलका लांबा ने आरोप लगाया है कि ओडिशा के सीएम को जीत की बधाई देने की वजह से उन्हें व्हाट्सऐप ग्रुप से हटा दिया गया। विधायक ने व्हाट्सऐप ग्रुप का स्क्रीनशॉट ट्विटर पर साझा करते हुए सीएम और पार्टी प्रमुख केजरीवाल की निंदा की। इस स्क्रीनशॉट में साफ दिख रहा है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली से आप उम्मीदवार रहे दिलीप पांडे ने अलका लांबा को ग्रुप से हटाया है।
हालांकि, दिलीप पांडे ने इस मामले में कोई जवाब नहीं दिया है। सीएम केजरीवाल पर भड़कते हुए अलका लांबा ने कहा कि उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए जो बंद कमरे में तमाम फैसले लेते हैं। अलका लांबा ने कहा, गुस्सा मुझ पर कुछ यूं निकाला जा रहा है, अकेली मैं ही क्यों? मैं तो पहले दिन से ही यही सब कह रही थी जो आज हार के बाद आप (केजरीवाल) कह रहे हैं, कभी ग्रुप में जोड़ते हो, कभी निकालते हो, बेहतर होता इससे ऊपर उठकर कुछ सोचते, बुलाते, बात करते, गलतियों और कमियों पर चर्चा करते, सुधार कर आगे बढ़ते। हालांकि उन्होंने साफ किया कि वह अभी अगले सात महीने पार्टी से इस्तीफा नहीं देने वाली है।
बता दें कि यह दूसरी बार है जब अलका लांबा को पार्टी के ग्रुप से हटाया गया है। इससे पहले उन्हें पिछले साल दिसंबर में ग्रुप से हटाया गया था जब उन्होंने भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को दिए गए भारत रत्न सम्मान को रद्द करने के पार्टी के प्रस्ताव पर आपत्ति जतायी थी। बाद में लोकसभा चुनाव प्रचार से पहले उन्हें ग्रुप में शामिल कर लिया गया था।