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दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन बेड़े में 100 सीएनजी बसें जुड़ी

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jan 14 2022 7:34PM | Updated Date: Jan 14 2022 7:34PM
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नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने दिल्ली के परिवहन व्यवस्था को मजबूत करने के लिए इसके बेड़े में 100 लो फ्लोर एसी सीएनजी बसों को और शामिल कर लिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को यहाँ राजघाट बस डिपो में इन बसों को हरी झंडी दिखाने के बाद कहा कि दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन के बेड़े में आज से 100 लो-फ़्लोर एसी सीएनजी बसें भी जुड़ गई हैं। यह बसें बाहरी दिल्ली के घुम्मनहेड़ा डिपो से दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्र में चलेंगी। साथ ही, आने वाले दिनों में कई सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें भी आने वाली हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले अधिकतर बसें कॉमनबेल्थ गेम्स के दौरान ली गई थीं और तब दिल्ली के बस बेड़े में छह हजार बसें थी। हम दिल्ली में बस ट्रांसपोर्ट को बहुत अच्छा करने के साथ ही लोगों को अच्छी फ्रीक्वेंसी के साथ बसें उपलब्ध कराने के लिए दृढ़ संकल्प हैं।
 
यह बसें दिल्ली के नौ रूटों पर चलेंगी। दिल्ली परिवहन विभाग के बेड़े में 100 लो-फ़्लोर एसी सीएनजी और बसें जुड़ने के बाद दिल्ली के लोगों का आवागमन और आसान हो गया है। इसके साथ ही, दिल्ली सरकार कुछ और सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें आने वाले दिनों में सड़क पर उतारने जा रही है। जिसके बाद दिल्ली की परिवहन व्यवस्था और मजबूत हो जाएगी। उन्होंने कहा कि आज हम लोगों ने 100 लो-फ़्लोर एसी सीएनजी बसों का उद्घाटन किया और ये बसें आज से दिल्ली की सड़कों के उपर चलनी चालू हो जाएंगी। घुम्मनहेड़ा में नया बस डिपो बनाया गया है। वहां पर यह बसें रहेंगी। यह सभी बसें अधिकतर ग्रामीण एरिया के रूटों पर चलेंगी। इन 100 एसी सीएनजी लो फ्लोर बसों के आने के बाद दिल्ली के अंदर अब कुल 6900 बसें चल रही हैं। दिल्ली परिवहन विभाग की यह अभी तक की सबसे ज्यादा बसें हैं। इससे पहले अधिकतर बसें कॉमनबेल्थ गेम्स के दौरान ली गई थीं। उस दौरान दिल्ली में करीब छह हजार बसों की फ्लीट थी। अब दिल्ली में बसों का बेड़ा 6900 पर पहुंच गया है।
 
उन्होंने कहा कि अभी भी बसों का आना चालू है। हम और भी कई बसें खरीद रहे हैं। आने वाले समय में सीएनजी बसें आने वाली हैं, डीटीसी की भी बसें आने वाली हैं और अभी काफी इलेक्ट्रिक बसें भी आने वाली हैं। बसों को आने में थोड़ा समय लगता है। यह रातों-रात नहीं हो पाता है। टैंडर समेत अन्य प्रक्रिया पूरी करने में दो-तीन साल का समय लग जाता है। जब हमारी सरकार बनी थी, उस समय दिल्ली में बसों की बहुत ज्यादा कमी थी। कई साल से बसों की खरीद नहीं हुई थी। हमारी सरकार आने के बाद बसों की खरीद प्रक्रिया शुरू की गई और इस प्रक्रिया को पूरा करने में समय लगा और अब बसों का आना शुरू हो गया है। हम दृढ़ संकल्पित हैं कि दिल्ली के अंदर बस ट्रांसपोर्ट बहुत अच्छा हो और लोगों को अच्छी फ्रीक्वेंसी के साथ बसें मिल सकें।
 
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा,सार्वजनिक परिवहन प्रणाली हमारी जीवन रेखा है। दिल्ली सरकार परिवहन सिस्टम को मजबूत व कुशल बनाने के साथ लोगों को अच्छी कनेक्टिविटी देने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। इस साल दिल्ली परिवहन को बेहद मजबूत करने की हमारी योजना है। चाहे वह बस हो, मेट्रो हो या फिर बस डिपो का इंफ्रास्ट्रक्चर हो। इसके अलावा, हम दिल्ली के ट्रांसपोर्ट में इलेक्ट्रिक बसों को भी शामिल करने जा रहे हैं। इलेक्ट्रिक की पहली बस आ चुकी है दिल्ली की सड़कों पर चलने के लिए तैयार है। दिल्ली की बसें अब देश भर में सुरक्षित, सुलभ और सुविधाजनक ट्रांसपोर्ट सिस्टम का उदाहरण पेश कर रही हैं। साथ ही, हम प्रत्येक दिल्लीवासी को किसी भी समय सुरक्षित लास्ट माइल कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए अपने पैरा ट्रांजिट सिस्टम का विस्तार कर रहे हैं।
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