राजगढ़। मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में मूसलाधार बारिश के बीच एक सब इंस्पेक्टर ने अपने सहयोगी महिला पुलिस कर्मचारियों के साथ मिलकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए एक महिला का सुरक्षित प्रसव कराकर मानवता की मिसाल पेश की। दरअसल मूसलाधार बारिश के बीच एक गर्भवती महिला प्रसव के लिए अस्पताल के लिए घर से निकली। बारिश से सड़क पर पानी भरा होने से उसका अस्पताल पहुंचना मुश्किल हो रहा था। गर्भवती महिला के सड़क पर होने की जानकारी जैसे ही जिले के सुठालिया थाने में पदस्थ महिला सब इंस्पेक्टर अरूंधति राजावत को मिली, वह अपनी सहयोगी आरक्षक इतिश्री के साथ महिला की सहायता करने पहुंच गयी।
गर्भवती महिला की हालत को देखते हुए अरूंधति राजावत ने बिना समय गंवाये महिला को न केवल एक आटो में संरक्षण दिया, बल्कि महिला का सुरक्षित प्रसव कराते हुए अपने कर्त्तव्य और संवेदना के साथ इंसानियत की मिसाल भी पेश की। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ है।
सुठालिया के ग्राम मोड़बड़ली की 25 वर्षीय इकलेश बाई की प्रसव पीड़ा को देख उसके पिता अपनी बेटी को सिविल अस्पताल ब्यावरा ले जाने के लिये घर से निकले थे। पिछले 4-5 दिन से लगातार हो रही वर्षा से सुठालिया थाने के पीछे मउ निरहे के नाले में उफान आने से आगे जाना मुश्किल था। बेटी का दर्द देख पिता नजदीक के थाने पहुंचा और सहायता मांगी। थाने में पदस्थ महिला सब इंस्पेक्टर अरूंधति राजावत स्वास्थ्य केन्द्र से नर्स को बुलाकर अपनी टीम के साथ तुरंत गर्भवती महिला के पास पहुंची। इन महिलाओं की पूरी टीम ने इकलेश बाई का सफल प्रसव करवाया।
नवजात शिशु को जब उसकी मॉ इकलेश बाई ने अपनी गोद में लिया तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इकलेश बाई बताती है कि यदि समय पर पुलिस बहनें न आती तो उनकी और उनके होने वाले बच्चे की जान को खतरा हो सकता था। उन्होंने सब इंस्पेक्टर अरूंधति राजावत और उनकी टीम के प्रति धन्यवाद और आभार भी माना। इकलेश बाई के पिता ने कहा कि महिला पुलिस ने अपने कर्त्तव्यों के साथ मानवीय मिसाल भी पेश की है। राजगढ़ पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने भी महिला पुलिसकर्मियों की सराहना की है।