अमरोहा। अंतर्राष्टीय महिला दिवस के मौके पर पुलिस अधीक्षक सुनीति द्वारा औद्योगिक नगरी गजरौला थाना परिसर में महिला रिपोर्टिंग पुलिस चौकी का फीता काटकर समस्या निस्तारण के बडे बडे दावे कर रही थीं, वहीं दूसरी ओर मंडी धनौरा थाना पुलिस गैंगरेप की शिकार नाबालिग की रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी कर रही थी। आखिरकार मामला बढता देख देररात रिपोर्ट दर्ज करनी पड़ी। पीडिता को चिकित्सकीय परिक्षण के लिए भेज कर नामजद तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने मंगलवार को यहां बताया कि अमरोहा के मंडी धनौरा के एक मोहल्ला निवासी 13 वर्षीय बालिका से जबरन सामूहिक दुष्कर्म के बाद वह चार माह की गर्भवती हो गई। पीडिता ने बताया कि तीनों आरोपी पिछले एक साल से उसके साथ दुष्कर्म कर रहे थे। पीडिता की रिश्ते की ताई की नजर जब पीडिता के बढ़ते हुए पेट पर गई तो मामले का खुलासा हो सका। पूछताछ करने पर बालिका ने तीनों आरोपियों के नाम पुलिस को बताए।
पीडिता की बहन की तहरीर पर पुलिस ने सुमित सक्सेना, डालचंद तथा विपिन समेत तीनों आरोपियों के खिलाफ काफी हील हुज्जत के बाद देररात गए रिपोर्ट दर्ज की थी। 13 साल की बेटी बीते एक साल से एक व्यक्ति के घर पर झाडू-पोछे का काम करती है। शनिवार को पीडिता की रिश्ते की ताई ने उसे अपने घर बुलाया। उसकी नजर अचानक उसके बढ़े हुए पेट की ओर गई तो उससे पूछताछ की गई। डरी सहमी लड़की ने ताई को सारी बात बता दी। ताई ने यह जानकारी पीडिता की शादीशुदा बड़ी बहन को दी।
उसने छोटी बहन से पूछताछ की तो उसने तीन लोगों के नाम बताए।पुलिस को पूछताछ में पीडिता ने अपने साथ की गई दंिरदगी के बारे में बताया। बताते हैं कि शनिवार को पीडिता के गर्भवती होने का पता चलने पर परिजनों को लोक लाज का हवाला देकर दबाव के चलते उसका गर्भपात कराने के लिए जब स्थानीय एक महिला चिकित्सक के यहां लेकर जाने पर महिला चिकित्सक ने पीडिता के गर्भ के महीने व उसकी शारीरिक दुर्बलता को देखते हुए हाथ खड़े कर दिए।