चेन्नई। विपक्षी द्रमुक ने तमिलनाडु में आगामी छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव में वेदुथलाई चिरुथाइगल काची (वीसीके) के साथ छह सीटों पर समझौता हुआ है। पिछले पांच दिनों से दोनों पार्टियों के बीच कई दौर की बातचीत के बाद द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन और वीसीके के संस्थापक एवं सांसद तोल तिरुमवालवन के बीच आज इस पर हस्ताक्षर किये। वीसीके कार्यकर्ताओं ने पार्टी में आयोजित एक कार्यक्रम में द्रमुक से नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें इतनी कम सीटें क्यों दी गयी है। तिरुमावलवन ने कम सीटों स्वीकार करने का फैसला लिया है और साथ ही कार्यकताओं को इसका सम्मान करने की अपील करते हुए कहा कि अन्नाद्रमुक- भारतीय जनता पार्टी गठबंधन को हर हाल में सत्ता पर काबिज होने से रोकना है।
गौरतलब है कि द्रमुक ने पहले ही अपने करीबी सहयोगियों आईयूएमएल और एमएमके के को क्रमश: तीन और दो सीटें आवंटित कर दी हैं। प्रमुख सहयोगी कांग्रेस तथा दो वाम दम भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के साथ वार्ता बेनतीजा रही क्योंकि उन्हें द्रमुक की ओर से पेश की गयी सीटों की संख्या से संतुष्टि नहीं हुई हैं। कांग्रेस अपने जिला सचिवों के साथ चर्चा कर रही है जो दो अंकों में सीटें मांग रही जबकि भाकपा और माकपा के सचिव अपनी पार्टी के साथ इस मुद्दे पर बहस कर रहे हैं कि कम सीटों के साथ द्रमुक की पेशकश को स्वीकार करें या फिर खारिज करें। द्रमुक के साथ एमडीएमके वाइको की सीटों को लेकर बातचीत अंतिम दौर में है और इसकी घोषणा आज या फिर शुक्रवार को होने की संभावना है।