नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार दृढ़ संकल्प है कि किसानों को पूरी तरह से नष्ट करके ही दम लिया जाएगा। इस सरकार ने अमीरों के लिए कृषि को गिरवी रखने के लिए एक शोषणकारी विधेयक लाया है। यह किसानों के खेतों से मालिकाना हक छीनने की साजिश है। यह एमएसपी सुनिश्चित करने वाली मंडियों को धीरे-धीरे खत्म कर देगा। भविष्य में, किसानों की उपज का उचित मूल्य भी खो जाएगा और वे अपनी जमीन पर मजदूर के रूप में बने रहेंगे।
अखिलेश ने आईपीएन को दिए अपने बयान में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाया गया विधेयक किसान विरोधी है, यह किसानों के साथ एक बड़ी साजिश है। ऐसे कृषि और किसान हैं जिन्होंने कठिन समय में देश की अर्थव्यवस्था का समर्थन किया। लेकिन अब बड़े उद्योगपति कृषि पर नजर गड़ाए हुए हैं। जिसके कारण किसान मजदूर के रूप में रहेगा। किसानों की खेती बर्बाद हो जाएगी।
अखिलेश ने कहा कि जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है, उसने अपनी नीतियों और कार्यों से किसान को त्रस्त कर दिया है। किसान धान की फसल में यूरिया और अन्य उर्वरकों को जोड़ने के दबाव में आ गया था। यूरिया खाद की अत्यधिक कालाबाजारी हो गई है। किसान को महंगे दामों पर यूरिया खरीदना पड़ता था। गन्ना किसानों की समस्या जस की तस बनी हुई है। एक नया पेराई सत्र आने वाला है, लेकिन पिछले सीजन में 15,000 करोड़ रुपये का बकाया है।
गन्ना किसानों के बकाये के भुगतान पर सरकार चुप्पी साधे रहती है। सरकार और मिल मालिकों के बीच सांठगांठ के कारण गन्ना किसान मुश्किल में हैं। इसी तरह बीजेपी युवाओं को लगातार धोखा दे रही है। अब पता चला है कि भाजपा ने चुनाव के समय नौकरियों के नाम पर युवाओं से कितना झूठ बोला। युवा, किसान और आम लोग भाजपा की धोखाधड़ी की राजनीति को समझ रहे हैं।