नई दिल्ली। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने पर्यावरण प्रभाव आकलन में प्रस्तावित संशोधन के जरिये पर्यावरण मंजूरी के नियमों में ढील के आरोपों से इनकार करते हुये कांग्रेस नेता जयराम रमेश को आज इस संबंध में विस्तृत जवाब भेजा है। जावडेकर ने पूर्व पर्यावरण मंत्री को आज लिखे पत्र में कहा है कि जिन श्रेणियों की परियोजनाओं को मंजूरी से पहले काम शुरू करने की अनुमति दी गई है यदि उन्होंने नियमों का उल्लंघन किया तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के समय वर्ष 2010 में सिर्फ ऑफिस मेमोरेंडम जारी कर अधिसूचना के नियमों में बदलाव करने की कोशिश की गई थी जिसे राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण ने अमान्य करार दिया था। इसके विपरीत मौजूदा संशोधन अधिसूचना के जरिये सार्वजनिक सुझाव आमंत्रित कर उनके आधार पर किये जा रहे हैं। कांग्रेस नेता ने पर्यावरण से जुड़ी संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष के नाते आज सुबह ही जावडेकर को एक पत्र लिखकर उनसे विस्तृत जवाब मिलने में देरी के बारे में चिंता जताई थी। यह पत्र मीडिया में सार्वजनिक होने पर भी जावडेकर ने आपत्ति जताई है।