नई दिल्ली। उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने भारत के अंदरूनी मामलों से अन्य देशों को दूर रहने की सलाह देते हुए गुरूवार को कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाने से देश के एकता, अखंडता, सुरक्षा और संप्रभुता सुनिश्चित हुई है। नायडू ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की प्रथम पुण्यतिथि पर पंजाब विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ‘प्रथम सुषमा स्वराज स्मारक व्याख्यान’ में कहा कि भारत में संसदीय लोकतंत्र है और अनुच्छेद 370 को हटाने का फैसला संसद में विस्तृत विचार विमर्श के बाद किया गया है और बहुमत ने इसका समर्थन किया है।
उन्होंने किसी भी देश का नाम बगैर कहा कि अन्य देशों को भारत के मामलों में हस्तक्षेप करने की बजाय अपने मुद्दों से निपटना चाहिए। उप राष्ट्रपति ने श्रीमती स्वराज को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह एक आदर्श भारतीय नारी का प्रतीक थी। वह कुशल प्रशासक थी और उन्हें जिन जिम्मेदारियों को वहन किया उन पर अमिट छाप छोड़ी। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री के रुप में वह अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत का पक्ष सौम्यता और मजबूती से रखती थी।
उनकी लोकप्रियता का अनुमान इससे लगाया जा सकता है वह सात बार लोकसभा और तीन बार विधानसभा के लिए चुनी गयी। उन्होंने कहा, ‘‘कैसा संयोग है, जिस पंजाब विश्वविद्यालय ने देश को सुषमा स्वराज जी जैसा यशस्वी नेता दिया, मुझे उस विश्वविद्यालय के चांसलर होने का गौरव प्राप्त हुआ है। ऐसे मेधावी विद्यार्थियों से ही किसी शिक्षा संस्थान की कीर्ति बढ़ती है।