अहमदाबाद। पश्चिम रेलवे ने देश के विभिन्न भागों के लिए 326 कोविड-19 विशेष पार्सल गाड़ियों लगभग 28 हजार टन भार के साथ विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाईं, जिनसे 14.26 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया गया। प. रेलवे की ओर से रविवार को यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार 23 मार्च से 10 जुलाई तक कोरोना महामारी के दुष्प्रभावों के बावजूद 326 कोविड-19 विशेष पार्सल गाड़ियों लगभग 28 हजार टन भार के साथ विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाई गईं, जिनके द्वारा अर्जित राजस्व 14.26 करोड़ रुपये रहा।
इसी तरह 392 पार्सल विशेष ट्रेनों के माध्यम से 74 हजार टन से अधिक वजन वाली वस्तुओं का परिवहन किया गया, जिनमें कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल थे। इस परिवहन के माध्यम से उत्पन्न आय लगभग 23.68 करोड़ रुपये रही है। इस अवधि के दौरान 56 दूध स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं, जिनमें लगभग 42 हजार टन का भार था। इससे लगभग 7.26 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित हुआ। इनके अलावा 4355 टन भार वाले 10 इंडेंटेड रेक भी चलाए गए, जिनसे 2.16 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ।
बाइस मार्च से 10 जुलाई तक लॉकडाउन की अवधि के दौरान, मालगाड़यिों के कुल 8773 रेकों का उपयोग प. रे. द्वारा 18.05 मिलियन टन की आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किया गया। 17,246 मालगाड़यिों को अन्य जोनल रेलों के साथ इंटरचेंज किया गया। पार्सल वैन / रेलवे मिल्क टैंकर (आरएमटी) के 394 मिलेनियम पार्सल रेक देश के विभिन्न भागों में दूध पाउडर, तरल दूध और अन्य सामान्य उपभोक्ता वस्तुओं जैसी आवश्यक सामग्री की मांग के अनुसार आपूर्ति करने के लिए भेजे गये।