भोपाल। मध्यप्रदेश में आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रिमंडल विस्तार के तत्काल बाद मंत्रियों की पहली बैठक ली, जिसमें उन्होंने सभी को औपचारिक तौर पर बधाई प्रेषित करते हुए प्राथमिकताओं से अवगत कराया। चौहान ने नए मंत्रियों को बधाई दी और एक श्लोक सुनाते हुए सभी से कहा कि यहां से जो काम प्रदेश की भलाई के लिए हों, वे निर्विघ्न रूप से पूरे करने के प्रयास होना चाहिए। सभी को परिश्रम की पराकाष्ठा करना होगी। एक भी क्षण व्यर्थ न हो, क्योंकि अब जो क्षण हैं, वो जनता के हैं।
सभी मंत्री कोई भी स्वागत न कराएं। कोरोना काल चल रहा है, इसलिए स्वागत न कराएं और भीड भी एकत्रित नहीं करें। चौहान ने कहा कि न तो वे चैन से बैठने वाले हैं और न ही किसी मंत्री को चैन से बैठने देंगे। सभी परिवार की तरह जिम्मेदारी से, पारदर्शिता और प्रामाणिकता के साथ कार्य करें। सभी मंत्री तनाव बिल्कुल नहीं लें और लगकर कार्य करें। बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए थोड़ा वक्त अपने लिए भी निकालें। चौहान ने कहा कि दो दिन का समय भोपाल के लिए रखें। सोमवार और मंगलवार उपयुक्त रहेगा।
सोमवार को विभाग की समीक्षा करें। मंगलवार को कैबिनेट रहेगी। दिनचर्या और व्यवस्था ऐसी रहे कि काम को और कार्यकर्ताओं के लिए पर्याप्त समय रहे। चौहान ने कहा कि कार्यकर्ताओं को भी पर्याप्त समय दिया जाए। उन्होंने कोरोना काल का जिक्र करते हुए कहा कि जब हम सत्ता में आए थे, तब स्थिति चिंताजनक थी, लेकिन अब स्थिति काबू में आ गयी है। इस संबंध में उन्होंने कुछ आकड़े भी दिए। इस अवसर पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस भी मौजूद थे।