नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने केजरीवाल सरकार पर ईलाज के नाम पर लोगों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 'दिल्ली कोरोना एप' के बहाने मुख्यमंत्री अपनी नाकामी छुपा रहे हैं। चौधरी ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली के अस्पतालों में मरीजों की सहूलियतों के लिए दिल्ली कोरोना एप दो जून को लॉच किया लेकिन सरकारी और निजी किसी भी अस्पताल में लोगों को बेड नही मिल रहे है।
दिल्ली कोरोना एप के मुताबिक अस्पतालों में खाली बेड दिखाई देने के बावजूद वहां पहुंचने वाले मरीजों को बेड नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासियों को इस सच्चाई का पता चल चुका है कि केजरीवाल प्रतिदिन नई-नई घोषणाएं करके लोगों के साथ विश्वासघात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हालात केजरीवाल सरकार के नियंत्रण से पूरी तरह निकल गए है।
उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह में कोविड़-19 संक्रमितों की संख्या में 35 प्रतिशत से भी अधिक मरीजों की वृद्धि हुई है जबकि पिछले एक सप्ताह में 8389 नए मरीज बढ़े हैं । उन्होंने कहा कि आज दिल्ली कोविड-19 मरीजों की संख्या देश में तीसरे नम्बर पर है और कोरोना संक्रमितों की संख्या 23645 है जबकि 606 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। कांग्रेस नेता ने केजरीवाल सरकार पर दिल्लीवासियों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना एप के मुताबिक अस्पतालों में बेड खाली बताए जा रहे है परंतु कोविड-19 संक्रमित लोगों के अस्पताल पहुंचने पर बेड खाली नहीं मिल रहे हैं, इससे सरकार की चरमराई प्रशासनिक व्यवस्था उजागर होती है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली कोरोना एप के अनुसार लोक नायक अस्पताल में बेड खाली था। अमरप्रीत अपने पिता को अस्पताल लेकर पहुंचे तो वहां कोई खाली बेड नहीं मिला और एक घंटे बाद उनके पिता की मौत हो गई। इस मामले में अमरप्रीत ने सुबह आठ बजे केजरीवाल को ट्वीट भी किया। इसी प्रकार दो जून को 72 वर्षीय न्यू फ्रेंडस कालोनी निवासी मोहम्मद सुलेमान एम्बुलेंस में सवार होकर लगभग दस अस्पतालों में गए परंतु किसी ने भी उन्हें भर्ती नही किया। कई घंटे एम्बुलेंस में आक्सीजन पर चलते हुए आखिर में उनकी भी मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार की कई शिकायतें राजधानी के अलग अलग इलाकों से मिल रही है।