इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के 47 वर्षीय राजेश कुमार आसावरा कोविड-19 से संक्रमित होकर उपचार के बाद पूरी तरह स्वस्थ होने वाले जिले के पहले व्यक्ति है। कुमार ने आज अस्पताल से घर लौटते समय अपनी जुबानी पूरी कहानी सुनाई। उन्होंने बताया कि उन्हें बीते 26 मार्च को गले में खराश की समस्या महसूस हुई। उन्होंने एमआरटीबी अस्पताल में परामर्श लिया जहां उन्हें होम क्वॉरेंटाइन रहने के निर्देश दिए गए। 29 मार्च को एमआरटीबी अस्पताल से राजेश के पास कॉल आया तथा उन्हें एमआरटीबी अस्पताल बुलाया गया। जब वे वहां पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि उनकी कोरोना सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है।
उन्हें आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया। राजेश का कहना है कि, कोरोना के इलाज के दौरान जब वे हताश महसूस करते थे, तो डॉक्टर, नर्स और समस्त मेडिकल स्टाफ उनका उत्साह बढ़ाता था और उन्हें प्रेरित करता था कि करोना को हराना है और इस लड़ाई में उन्हें जीतना है। उन्होंने विशेष तौर पर एमजीएम कॉलेज की डीन डॉ. ज्योति बिंदल, सुपरिटेंडेंट डॉक्टर पीएस ठाकुर, डॉक्टर दीपक बंसल, डॉक्टर भार्गव आदि का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान सभी डॉक्टर्स ने उनका बहुत सहयोग किया।
उन्होंने सभी को बहुत बधाई दी कि, वे कोरोना से जूझ रहे मरीजों की इतनी अच्छी तरह से देखभाल कर रहे हैं। तथा इस सेवा कार्य में स्वयं की भी चिंता नहीं कर रहे। उन्होंने बताया कि शनिवार को उनकी टेस्ट रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव पाई गई थी। चूंकि मेडीकल प्रोटोकॉल के अनुसार 2 बार नेगेटिव रिपोर्ट प्राप्त होना आवश्यक है, इसलिए रविवार को पुन: उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आने के पश्चात उन्हें आज डिस्चार्ज किया गया। आज वे स्वस्थ एवं सकुशल हैं।
राजेश कुमार ने इंदौरवासियों को भी संयम बरतने तथा सही समय पर सही उपचार लेने का आग्रह किया है। संभागायुक्त भी आकाश त्रिपाठी ने स्वस्थ हुए कुमार को शुभकामनाएं दी हैं। और कहा है कि यह एक नजीर की तरह है हम सबके लिए। हम कोरोना से घबरायें नहीं। अपनी बीमारी के बारे में डॉक्टर को अवगत कराएँ। राज्य शासन उनके निशुल्क इलाज के लिए सारे इंतजाम कर रहा है। सभी के समेकित प्रयासों से कोरोना के ख़लिाफ.इस लड़ाई में हम सब सफल होंगे।