श्रीगंगानगर। राजस्थानी के प्रख्यात साहित्यकार रामस्वरूप किसान ने कहा है कि किसी भी लेखक को पुरस्कार मिलने से उसके लेखन की जिम्मेवारी पहले से भी बढ़ जाती है। वर्ष 2019 का साहित्य अकादमी पुरस्कार ग्रहण कर अपने गांव परलीका लौटने पर ग्रामीणों द्वारा किए गए स्वागत के अवसर पर रामस्वरूप किसान ने यह उद्गार व्यक्त किए। हनुमानगढ़ जिले में नोहर तहसील क्षेत्र के गांव परलीका निवासी रामस्वरूप किसान' को उनके राजस्थानी कहानी संग्रह 'बारीक बात' के लिए वर्ष 2019 का साहित्य अकादमी पुरस्कार नई दिल्ली के रविंद्र भवन स्थित कमानी सभागार में आयोजित भव्य समारोह में अकादमी के अध्यक्ष चंद्रशेखर कम्बार द्वारा प्रदान किया गया।
पुरस्कार स्वरूप किसान को एक लाख रुपए, ताम्र पत्र एवं शॉल भेंट किया गया। गांव आने पर परलीका के बस अड्डे पर राजेश पूनियां ने राजस्थानी साफा पहनाकर उनका स्वागत किया जबकि डॉ. महेश कुमार लाटा ने पांच हजार एक सौ रुपए की नगद राशि प्रदान करके, उप पुलिस अधीक्षक अतरसिंह पूनिया ने गुलदस्ता, चुन्नीलाल सोनी ने रजत पदक पहनाकर, परलीका सेवा समिति के अध्यक्ष रोहिताश ने स्मृति चिह्न भेंट कर स्वागत किया।