चंडीगढ़। पंजाब के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने आज विधानसभा में पेश किये गये बजट 2020 -21 को उद्योग समर्थक और विकासोन्मुखी बताया है। अरोड़ा ने आज यहां कहा कि एकीकृत बुनियादी ढांचा विकास योजना के तहत लुधियाना फेजÞ-4, जालंधर, बंिठडा और मंडी गोबिन्दगढ़ में औद्योगिक बुनियादी ढांचे की तरक्की के लिए 22 करोड़ रुपए की लागत से पहले ही शुरुआत हो चुकी है। बजट में पठानकोट, अमृतसर, गोइन्दवाल साहिब, चनालों, होशियारपुर, शहीद भगत सिंह नगर, बटाला, कोटकपूरा, नाभा, मोगा, संगरूर, खन्ना और डेराबसी में 131 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से औद्योगिक फोकल प्वाइंटों के बुनियादी ढांचे का नवीनीकरण करने के लिए आरक्षित रखे गए हैं। अरोड़ा ने कहा कि राज्य सरकार वर्ष 2020 -21 के दौरान उद्योगों की तरक्की के लिए और उनको घाटे में से निकालने के लिए पीड़ित उद्योगपतियों को सब्सिडी के तौर पर राहत देगी।
राज्य में औद्योगिक क्षेत्र को रिवाइव करने के यत्नों के तौर पर रियायती बिजली दरें भी जारी रहेंगी और चालू वर्ष के दौरान औद्योगिक बिजली सब्सिडी मुहैया करवाने के लिए 2,267 करोड़ रुपए आरक्षित रखे गए हैं। उन्होंने कहा चालू साल के दौरान 1000 एकड़ की भूमि वाले उच्च वर्ग दर्जे के औद्योगिक बुनियादी ढांचे वाले तीन मेगा औद्योगिक पार्क मत्तेवाड़ा (जिÞला लुधियाना) में टेक्स्टाईल उद्योग, बठिंडा में ग्रीन इंडस्ट्री और रापुरा में अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक कोरिडोर स्थापित किया जायेगा। इन पार्कों के विकास से न केवल औद्योगीकरण को सहायता मिलेगी बल्कि राज्य में योजनाबद्ध विकास को भी समर्थन मिलेगा। अरोड़ा ने बताया कि राज्य सरकार ने पहले ही समूह जिलों में माईक्रो स्माल एंड मीडियम ऐंटरप्राईजज (एम.एस.एम.ईज.) परिषदों का गठन किया है।
सभी उपायुक्तों को जिला स्तरीय सिंगल विंडो के लिए अधिकृत किया है जिससे औद्योगिक और व्यापारिक नीति 2017 अधीन रेगुलेटरी मंजूरियां और वित्तीय मामलों की मंजूरी के सभी प्रोजैक्ट आसानी से पूरे किये जा सकें। इसी तरह बिजनÞस फर्स्ट पोर्टल स्थापित करके विशेष तौर पर कारोबार को आसान बनाया गया है।