सिरसा। अखिल भारतीय कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य दीपेन्द्र हुड्डा ने दावा किया कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार की नीति थी-गांव-गांव स्कूल खोलो, युवाओं को खिलाड़ी बनाओ, जबकि मौजूदा भारतीय जनता पार्टी-जननायक जनता पार्टी गठबंधन सरकार की नीति है घर-घर ठेके खोलो, युवाओं को नशेड़ी बनाओ। यहां मीडियाकर्मियों से बातचीत में दीपेंद्र ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार नौजवानों का ध्यान मुख्य मुद्दों से भटकाने के लिये उसे शराब की बोतल में डुबो देना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की नयी आबकारी नीति से ही उसकी मंशा स्पष्ट हो जाती है कि प्रदेश में नशा फले-फूले। उन्होंने नयी आबकारी नीति को तुरंत वापस लेने की मांग की।
दीपेंद्र ने राजनीति शास्त्र के असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर हुई नियुक्तियों के संदर्भ में कहा कि मनोहर लाल खट्टर सरकार 2 प्रदेश के युवाओं के भविष्य का नुकसान कर रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के युवाओं से वायदा किया गया था कि हरियाणा के युवाओं के लिये नौकरियों में 75 प्रतिशत आरक्षण किया जायेगा लेकिन असिस्टेंट प्रोफेसर पद का कल जो रिजल्ट आया उसमें 18 में से 11 बच्चे अन्य प्रदेशों के लगाये गये हैं। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि हरियाणा में भीषण बेरोजगारी झेल रहा युवा सरकार की भेदभावपूर्ण नीतियों का शिकार हो रहा है और इस नतीजे से हरियाणा का युवा गहरी मायूसी में है।